नए उद्यम-स्टार्टअप को बैंक से कर्ज आसानी हो उपलब्ध : खेतान
देश के त्वरित औद्योगिक विकास के लिए यह जरूरी है कि नए उद्यमियों और स्टार्टअप के लिए बैंक से आसानी से कर्ज मिले। जब नई कंपनियों को कर्ज लेने की प्रक्रिया आसान होगी व्यवस्था पारदर्शी होगी तो देश के युवा नए-नए उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित होंगे।
देश के त्वरित औद्योगिक विकास के लिए यह जरूरी है कि नए उद्यमियों और स्टार्टअप के लिए बैंक से आसानी से कर्ज मिले। जब नई कंपनियों को कर्ज लेने की प्रक्रिया आसान होगी, व्यवस्था पारदर्शी होगी तो देश के युवा नए-नए उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। औद्योगिकीकरण में अपनी सहभागिता देंगे। इसलिए केंद्र सरकार को आगामी बजट में इसके लिए ठोस पहल करनी चाहिए। स्टार्ट-अप को प्रमोट करने के लिए केंद्र सरकार को अलग से फंड की व्यवस्था करनी चाहिए। आदित्यपुर में इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिग कलस्टर में अंतराष्ट्रीय स्तर का उद्योग लगाया जाना चाहिए ताकि पूर्वोत्तर क्षेत्र में संचालित एमएसएमई सेक्टर को इसका फायदा मिल सके। केंद्र सरकार को आयरन ओर के निर्यात पर तत्काल रोक लगाए क्योंकि देश के प्राकृतिक संसाधन देश की अमानत है इसका इस्तेमाल करने का अधिकार भी देश में संचालित उद्यमों को है इसलिए सरकार इस दिशा में पहल करे। केंद्र सरकार स्टील की बढ़ती कीमतों पर तत्काल रोक लगाए। क्योंकि स्टील के कीमतों में बढ़ोतरी, स्टील उद्योग के कार्टेल के कारण हो रही है, उस पर नियंत्रण लगाया जाना जरूरी है। इसके अलावे विदेशी उत्पाद खासकर चाइनीज गुड्स को रोकने के लिए केंद्र सरकार को ठोस पहल करने की जरूरत है। इसके लिए सरकार स्पष्ट नीति बनाए ताकि स्वदेशी कंपनियों और उसके उत्पादों की खपत बढ़ सके। केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष ही इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े स्तर पर निवेश करने की घोषणा की थी, इसे जल्द से जल्द धरातल पर उतारा जाने की जरूरत है इससे कोविड 19 के दौर में अर्थव्यवस्था में भी तेजी आएगी। केंद्र सरकार मोटर वाहन में गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) की सीमा को 28 प्रतिशत को घटाकर 18 प्रतिशत की जाए। इससे ऑटो सेक्टर को फायदा होगा और उत्पादों की भी बिक्री बढ़ेगी। इसके अलावे केंद्र सरकार को जीएसटी के स्लैब में सुधार करने की जरूरत है ताकि स्थानीय कंपनियों को इसका फायदा मिल सके।
संतोष खेतान
उपाध्यक्ष, आदित्यपुर स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन