भालूबासा में टिन शेड दुकानों के आवंटन में नया बखेड़ा, अब फुटपाथी दुकानदारों से मांगा जा रहा अतिक्रमण का प्रमाण

भालूबासा पुल के पास पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में टिन शेड की 53 दुकान बनाई गई थी। यह वहां के फुटपाथी दुकानदारों को दिया जाना था। रघुवर सरकार में इसका आवंटन हो भी गया था लेकिन विधायक सरयू राय की आपत्ति के बाद दोबारा आवंटन हो रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 05:37 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 05:37 PM (IST)
भालूबासा में टिन शेड दुकानों के आवंटन में नया बखेड़ा, अब फुटपाथी दुकानदारों से मांगा जा रहा अतिक्रमण का प्रमाण
सोमवार को फुटपाथी दुकानदार उपायुक्त कार्यालय पहुंचे।

जमशेदपुर, जासं। भालूबासा पुल के पास पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में टिन शेड की 53 दुकान बनाई गई थी। यह वहां के फुटपाथी दुकानदारों को दिया जाना था। रघुवर सरकार में इसका आवंटन हो भी गया था, लेकिन विधायक सरयू राय की आपत्ति के बाद दोबारा आवंटन हो रहा है। इसमें आवंटन से पहले दुकानदारों से अतिक्रमण का प्रमाण मांगा जा रहा है।

इसके विरोध में सोमवार को फुटपाथी दुकानदार उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। शिक्षित बेरोजगार फुटपाथ दुकानदार समिति भालूबासा के अध्यक्ष राजेश प्रसाद समेत सभी दुकानदारों को जिला दंडाधिकारी व उपायुक्त कार्यालय में बुलाया गया था। इसमें 50 व्यक्तियों की सूची तैयार कर ली गई थी। सोमवार को 25 व्यक्ति को पांच-पांच व्यक्ति की टोली में बुलाकर दुकानों के अतिक्रमण को लेकर प्रमाण पत्र मांगा जा रहा था, जिसमें अधिकांश 99 प्रतिशत के पास प्रमाण पत्र नहीं है। इसके लिए जिला प्रशासन ने एक कमेटी गठित की है, जिसे प्रमाण पत्र सौंपना है।

वेंडर कार्ड मान्य नहीं

दुकानदार ने जब जिला प्रशासन की टीम को जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति का वेंडर कार्ड दिखाया तो उसे मान्यता नहीं दी गई। दुकानदारों का कहना है कि दुकान के निर्माण और सर्वे में काफी समय लग चुका है। इस बीच हमारी स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। कोरोना काल में हम दुकानदारों के बारे में किसी ने सोचा कि किस तरह हम अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अब जब स्थिति सामान्य हो रही है तो हमें परेशान किया जा रहा है।

पार्टी कार्यकर्ताओं का भी सूची में नाम

दुकानदारों ने बताया कि सर्वे के दौरान जेएनएसी ने यह सर्वे नहीं किया कि पार्टी के कार्यालय भी वहां बने हुए थे। दुकानदारों की सूची में ऐसे लोगों का भी नाम है। इस लिस्ट में जिनकी दुकानें अभी चल रही हैं, उनका भी नाम है। उनका नाम नहीं है, जिनकी दुकान टूटी है। यह बहुत बड़ा घोटाला है। आने वाले दिनों में अगर सही तरीके से लोगों को नहीं दिया गया, तो फिर से आंदोलन के लिए हम बाध्य हो जाएंगे, जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति की होगी। उपायुक्त कार्यालय पहुंचने वालों में चेतन मुखी, जीतू मुखी, मुखी मुन्ना, कल्लू मुखी, कालिदास मुखी, बबलू रजक, काजल भट्टाचार्य, जितेंद्र सिंह, बबलू रजक, जितेंद्र रजक, साधना दास आदि शामिल थे।

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