Tata-Reliance नहीं जनाब, इन कंपनियों के कर्मचारी हैं ज्यादा खुश, आप भी पढ़कर आश्चर्य में पड़ जाएंगे

Great place to work मतलब ऐसी कंपनी जहां काम करने का बेहतरीन माहौल हो। आम तौर पर टाटा व रिलायंस ग्रुप की कंपनियों को बेहतर कंपनी माना जाता है लेकिन एक रिसर्च इंस्टीट्यूट ने दावा किया है कि उपरोक्त कंपनियां तो टॉप टेन में भी नहीं हैं।

By Jitendra SinghEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 09:59 AM (IST)
Tata-Reliance नहीं जनाब, इन कंपनियों के कर्मचारी हैं ज्यादा खुश, आप भी पढ़कर आश्चर्य में पड़ जाएंगे
Tata-Reliance नहीं जनाब, इन कंपनियों के कर्मचारी हैं ज्यादा खुश।

जमशेदपुर, जासं। हर किसी का टाटा समूह की कंपनियों में काम करना सपना होता है। लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि टाटा व रिलायंस ग्रुप में काम करने वाले कर्मचारी उतने संतुष्ट नहीं जितने डीएचएल व महिंद्रा ग्रुप के कर्मचारी। यह दावा मुंबई के रिसर्च इंस्टीट्यूट Great Places to Work ने किया है। इस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने काम करने के लिए सबसे बेहतरीन जगह वाली कंपनियों की सूची जारी की है।

टॉप टेन में भी नहीं टाटा व रिलायंस ग्रुप

इस सूची में टॉप टेन में टाटा व रिलायंस ग्रुप की कंपनियों का नाम नहीं है। इस सूची में लॉजिस्टिक कंपनी डीएचएल एक्सप्रेस इंडिया का नाम सबसे उपर है। दूसरे स्थान पर महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) की कंपनी महिंद्रा ऑटोमोटिव एंड फार्म इक्विपमेंट सेक्टर्स को संयुक्त रूप से दूसरा स्थान दिया गया है। Intuit India को तीसरा, Aye Finance P Limited चौथे और Synchrony International पांचवे नबंर पर है। वहीं आईटी कंपनी सिस्को इंडिया (Cisco India) भी टॉप 10 की लिस्ट में जगह बनाई है। तकनीक सेक्टर की सेल्सफोर्स  (Salesforce) और एडोब (Adobe) जैसी कंपनियों को भी टॉप 10 में शामिल किया गया है। खास बात यह है कि टॉप 10 में कई टेक कंपनियां शामिल हुई है। मालूम हो कि देश की सबसे बड़ी कंपनी का दर्जा रिलायंस इडस्ट्रीज (Reliance Industries) को जाता है, वहीं टाटा ग्रुप को देश की सबसे पुरानी कंपनी होने का दर्जा प्राप्त है। बावजूद इसके रिसर्च इंस्टीट्यूट की सूची टॉप टेन सूची में इनका नाम न होना कई सवालों को जन्म दे रहा है।

क्या है कंपनियों की रैकिंग का पैमाना

मुंबई के रिसर्च इंस्टीट्यूट ग्रेट प्लेस टू वर्क की सूची में शामिल होने के लिए कंपनियों को कई मापदंडों से होकर गुजरना होता है। इसके कई पैमाने तय संस्थान द्वारा तय किए गए है। इसमें सबसे पहले कर्मचारियों के अनुभवों की क्वालिटी और दूसरा कंपनी की पीपुल प्रैक्टिसेज को देखा जाता है। इन दो पैमानों में खरे उतरने वाले कंपनियों को ही इस सूची टॉप टेन में जगह मिलती है। सूची जारी करने वाले संस्थान का दावा है कि उसने एसेसमेंट प्रोसेस में जुटाए गए आंकड़ों की पुष्टि की लिए मजबूत प्रक्रिया अपनाई और उसी के आधार पर रैंकिंग जारी की है। दरअसल हर साल इसमें वो कंपनियां शामिल होती है जहां काम करने का माहौल बेहतर हो।

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