यज्ञ में आहुति देने से खत्म होती है नकारात्मक ऊर्जा : संतोष

सत्यनारायण मंदिर ठाकुरबाड़ी में चल रहे नौ दिवसीय राम कथा ज्ञान महायज्ञ का विश्राम श्रीराम के राजतिलक भंडारे के साथ हुआ।

By Edited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 02:55 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 03:24 PM (IST)
यज्ञ में आहुति देने से खत्म होती है नकारात्मक ऊर्जा : संतोष
यज्ञ में आहुति देने से खत्म होती है नकारात्मक ऊर्जा : संतोष

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। जुगसलाई सत्यनारायण मंदिर ठाकुरबाड़ी में चल रहे नौ दिवसीय राम कथा ज्ञान महायज्ञ का विश्राम श्रीराम के राजतिलक भंडारे के साथ हुआ। इससे पहले दिन में हवन का आयोजन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में शामिल होकर भक्तों ने आहुति दी। आहुति कार्यक्रम के बाद कथा वाचक संतोष कृष्ण त्रिपाठी 'ऋषि' ने आहुति देने की वैज्ञानिक व्याख्या की और इसके लाभ बताए।

 उन्होंने कहा कि यज्ञ में आहुति देने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और वातावरण शुद्ध होता है। दोपहर में प्रसाद वितरण कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। राम कथा आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए अरूण बाकरेवाल, सुशील रूंगटा, निताई शशमल, चर्तुभुज केडिया, प्रदीप गुटगुटिया व रघुनाथ पाडेय को सम्मानित किया गया।

 कथा वाचक संतोष कृष्ण त्रिपाठी ने नौ दिनों तक एक परिवार की तरह सहयोग को अनवरत बनाए रखने की अपील की और कहा कि श्रीराम कथा पूरे नौ दिन सुनने से जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं। यदि इसे सुनकर आचरण में धारण कर लें तो समाज में राग- द्वैष और शत्रुता के भाव स्वत: समाप्त हो जाएंगे। व्यक्ति कभी अवसाद में नहीं जाएगा और सभी सुखी समृद्ध होंगे। जीवन सरल, सहज और सुखमय होगा तभी तो रामराज्य की स्थापना के बारे में सोचा जा सकता है। कथा में मुख्य यजमान पंडित श्रवण कुमार जोशी, गिरधारी लाल शर्मा, विमल पंडित, रतन लाल सोनी, पंडित मूलचंद शर्मा, महावीर प्रसाद काबरा, जगदीश गनेड़ीवाल, दीपक जोशी, गोपाल केड़िया, पवन अग्रवाल, रतन जोशी सहित बड़ी संख्या में अन्य लोग मौजूद थे।

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