राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ले रहा स्कूलों की शिकायत पर संज्ञान

राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग निजी स्कूलों की शिकायतों पर संज्ञान ले रहा है। आंध्र एसोसिएशन कदमा में कमजोर एवं अभिवंचित वर्ग के बच्चों का एडमिशन नहीं ले रहा था।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:18 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:18 PM (IST)
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ले रहा स्कूलों की शिकायत पर संज्ञान
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ले रहा स्कूलों की शिकायत पर संज्ञान

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग निजी स्कूलों की शिकायतों पर संज्ञान ले रहा है। आंध्र एसोसिएशन कदमा में कमजोर एवं अभिवंचित वर्ग के बच्चों का एडमिशन नहीं ले रहा था। जमशेदपुर अभिभावक संघ की चार माह की लड़ाई के बाद एडमिशन हुआ। एडमिशन लेने वाले पांच बच्चों से डायरी के एवज में नियम के विरूद्ध 125 रुपये प्रति छात्र की मांग की गई। इसकी शिकायत अभिभावक संघ के अध्यक्ष डा. उमेश ने आयोग को 26-11-2019 को शिकायत की। आयोग ने उपायुक्त को जांच का निर्देश दिया। जांच में शिथिलता बरतने के आरोप में तत्तकालीन उपायुक्त को जनवरी 2020 में शोकाज हुआ। इसके बाद जांच में तेजी आई तथा डायरी के मद में ली गई राशि वापस की गई।

जमशेदपुर अभिभावक संघ की ओर से 16-07-2020 को निजी स्कूलों में स्कूली बसों के परिचालन प्रारंभ करवाने को लेकर शिकायतवाद आयोग के पास दर्ज करवाई गई। इस मामले में ठोस कार्रवाई न होने से नाराज उपायुक्त को आयोग ने कारण बताओ नोटिस जारी किया। यह मामला अभी तक हल नहीं हुआ है। इस मामले में भी उपायुक्त को शोकाज जारी हुआ है। बेल्डीह चर्च स्कूल में छात्र रेयान ओझा के साथ स्कूल परिसर में मारपीट मामले को शिक्षा विभाग ने पूरी तरह दबा दिया था, लेकिन आयोग के पास शिक्षा सत्याग्रह के संस्थापक अंकित आनंद की शिकायत पास शिकायत दर्ज कराई। फिर से मामले की जांच प्रारंभ हुई। अब इस मामले में स्कूल की गलती सामने आई तथा स्कूल का यह कहना कि स्कूल में मारपीट नहीं हुई है, इसकी भी पोल खुल गई है।

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