Navratri Durga Puja : लॉकडाउन व ऑनलाइन ने बाजार का किया बंटाधार

एक समय था जब शहर का बाजार बोनस की आहट से ही चहकने लगता था। इधर लोग अपने घर-परिवार में खरीदारी का बजट बनाने लगते थे तो उधर दुकानदार-व्यापारी माल का आर्डर देने और स्टॉक करने में जुट जाते थे।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 05:30 PM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 05:30 PM (IST)
Navratri Durga Puja : लॉकडाउन व ऑनलाइन ने बाजार का किया बंटाधार
ऑनलाइन मार्केटिंग ने कोढ़ में खाज का काम किया है।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। एक समय था, जब शहर का बाजार बोनस की आहट से ही चहकने लगता था। इधर लोग अपने घर-परिवार में खरीदारी का बजट बनाने लगते थे, तो उधर दुकानदार-व्यापारी माल का आर्डर देने और स्टॉक करने में जुट जाते थे। पूजा का उत्सव दुकानदार व ग्राहक सबके घर खुशियां लाता था, लेकिन दो साल से इसमें ग्रहण सा लग गया है। पिछले वर्ष तो ज्यादा हालत खराब थी। इस बार बाजार थोड़ा खुला है, भीड़ भी हो रही है, लेकिन दुकानदार हैरान हैं कि खरीदारी उतनी क्यों नहीं हो रही है। अधिकतर दुकानदारों का कहना है कि कोरोना के लॉकडाउन ने तो बाजार की सूरत बिगाड़ी ही, ऑनलाइन मार्केटिंग ने कोढ़ में खाज का काम किया है। इन दोनों की वजह से बाजार पर काफी प्रभाव पड़ा है। आइए, सुनते हैं क्या कहते हैं शहर के व्यापारी-कारोबारी...

कपड़ों की बिक्री 40 प्रतिशत तक घटी आमतौर पर सोमवार से शनिवार तक लोग शाम को ड्यूटी से पांच-छह बजे तक घर लौटते हैं। जब वे बाजार निकलने की सोचते हैं या तैयारी करते हैं, तब तक देर हो जाती है। झारखंड में कोरोना को लेकर रात आठ बजे दुकान बंद हो जाती है। रविवार को छुट्टी मिलती है, तो उस दिन दुकान ही नहीं खुलती। मजबूरी में लोग ऑनलाइन मार्केटिंग करते हैं। इसकी वजह से कपड़ों की बिक्री 40 प्रतिशत तक घट गई है। कोरोना के डर से अब भी कई लोग परिवार के साथ बाजार नहीं आ रहे हैं, यह हमें नुकसान पहुंचा रहा है।

- मनीष (मार्केटिंग हेड, सिटी स्टाइल)

ऑनलाइन में छोटे इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट ज्यादा बिक रहे- ऑनलाइन मार्केटिंग से ज्यादातर छोटे इलेक्ट्रोनिक्स गैजेट बिक रहे हैं, वाशिंग मशीन, फ्रिज, टीवी आदि बड़े उपकरण अब भी लोग दुकान से ही खरीद रहे हैं। ऑनलाइन में कई लोग रिसेल आइटम मिलने की बात भी सामने आ रही है। दूसरी बात है कि जो ग्राहक दुकान से सामान खरीदते हैं, उन्हें सर्विस दिलाने के लिए हम तत्पर रहते हैं। हम पूजा में कई आकर्षक ऑफर दे रहे हैं। ऑनलाइन खरीदारी में सर्विस मिलने में परेशानी होती है। हमारे यहां बड़े आइटम की बिक्री संतोषजनक है। बस संडे का लॉकडाउन हट जाए तो तेजी आ जाएगी।

- राजा सिंह (मालिक, नेशनल इलेक्ट्रोनिक्स)

ऑनलाइन से धोखा खाकर आ रहे ग्राहक

हमारे यहां कई ग्राहक ऐसे आ रहे हैं, जो ऑनलाइन मार्केटिंग में धोखा खा चुके होते हैं। खासकर, बड़े आइटम में कलर, स्क्रैच या कोई दाग मिलने की बात लोग कहते हैं। दुकान में आकर पसंद करके खरीदने में इस तरह की परेशानी नहीं आती है। इस तरह की शिकायत में हम तत्काल सामान बदल देते हैं, जो ऑनलाइन में संभव नहीं है। उसमें काफी समय लग जाता है। इसके अलावा हम तरह-तरह के ऑफर भी देते हैं। सर्विस भी हम तत्परता से देते हैं। ऑनलाइन वाले घाटा सहकर भी सामान बेच देते हैं, क्योंकि उन्हें मार्केट बेस बनाना है। हम ऐसा नहीं कर सकते।

- किशोर सिंघानिया (मालिक, इलेक्ट्रोक्राफ्ट)

छोटे दुकानदारों के लिए ऑनलाइन शामत- ऑनलाइन मार्केटिंग मेट्रो शहरों के लिए कुछ हद तक ठीक है, लेकिन जमशेदपुर जैसे शहर के लिए बिल्कुल भी नहीं है। सरकार सबको नौकरी तो दे नहीं सकती। ऐसे में लोग छोटे-छोटे रोजगार करते हैं, उनके लिए ऑनलाइन मार्केटिंग शामत बनकर आई है। बस इतना जान लीजिए कि अमेजन व फ्लिपकार्ट ने दो अक्टूबर को पूजा सेल निकाला था और एक सप्ताह में ही उसका स्टॉक खत्म हो गया। यहां छोटे दुकानदारों का आधा माल भी नहीं बिका है। सरकार को इस पर कुछ करना चाहिए। हमने वित्त मंत्री को भी इस संबंध में कुछ सुझाव दिए हैं।

- सुरेश सोंथालिया (राष्ट्रीय सचिव, कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स)

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