बालिकाओं व महिलाओं की सुरक्षा हर स्तर पर हो : मंडल

ाष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर सशक्त बालिका- सशक्त झारखंड मेरी आवाज मेरा भविष्य कार्यक्रम का आयोजन बाल कल्याण आश्रम गोबरघुसी पटमदा में किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि मानवेंद्रनाथ मंडल (अध्यक्ष एटसेक साउथ एशिया) ने कहा कि बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा हर स्तर पर होनी चाहिए और इसकी शुरुआत हम सभी अपने घर से करें ताकि हम दूसरे को सुझाव देने से पहले अपने घर समाज व परिवार को बालिकाओं के सम्मानित सुरक्षा के लिए कटिबद्ध कर सकें।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 05:00 AM (IST)
बालिकाओं व महिलाओं की सुरक्षा हर स्तर पर हो : मंडल
बालिकाओं व महिलाओं की सुरक्षा हर स्तर पर हो : मंडल

जासं, जमशेदपुर : राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 'सशक्त बालिका- सशक्त झारखंड, मेरी आवाज मेरा भविष्य' कार्यक्रम का आयोजन बाल कल्याण आश्रम गोबरघुसी पटमदा में किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि मानवेंद्रनाथ मंडल (अध्यक्ष, एटसेक साउथ एशिया) ने कहा कि बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा हर स्तर पर होनी चाहिए और इसकी शुरुआत हम सभी अपने घर से करें, ताकि हम दूसरे को सुझाव देने से पहले अपने घर, समाज व परिवार को बालिकाओं के सम्मानित सुरक्षा के लिए कटिबद्ध कर सकें।

इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ बालिकाओं ने दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं स्वागत भाषण देते हुए कार्यकारी निदेशक, बाल कल्याण संघ सह नीति आयोग के सदस्य संजय मिश्रा ने कहा कि आज बालिकाओं का दिन है। हम सभी संकल्प लें कि बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण करेंगे और दूसरों को भी बालिकाओं को सशक्त बनाने और सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रेरित करेंगे।

प्रखंड विकास पदाधिकारी, पटमदा शंकराचार्य समद ने कहा कि आज भी हमारे समाज में बालिकाओं के साथ भेदभाव किया जाता है, महिलाओं के साथ दु‌र्व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही है जो काफी चिताजनक है। आज भी महिलाओं को डायन प्रथा, बाल तस्करी, बाल विवाह जैसी कुरीतियों के सामने झुकना पड़ता है। इन सभी कुरीतियों को हम सभी को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी डा. चंचल कुमारी ने कहा कि यह कार्यक्रम बालिकाओं के लिए एक नई किरण लेकर आया है। हम बालिकाओं के लिए बात करते हैं पर इस तरह के कार्यक्रम करने से हमेशा कतराते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तापोती भौमिक ने कहा कि आज मुझे अपना बचपन याद आ गया, क्योंकि हम तीन बहनें पिता का साया उठ जाने के बाद बिल्कुल घबरा गए थे, पर हमारी मां ने हम सभी को हिम्मत दी और हम पढ़-लिखकर अच्छे इंसान बन पाए। मैं चाहूंगी कि आप सभी पढ़ो और आगे बढ़ो।

कार्यक्रम में बालिकाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया, वहीं सुरक्षा प्रहरी का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही बालिकाओं ने क्षमता प्रदर्शन किया।

संचालन सिल्ली मेनन व सालोमी जोहन ने किया, जबकि इसे सफल बनाने में बाल कल्याण संघ के सुनील कुमार गुप्ता, चंद्रशेखर मिश्रा, सिल्ली मेनन, सालोमी जोहन, अंकित मिश्रा, मुकेश बारीक, रोहित शर्मा, श्वेता पाठक आदि सक्रिय रहीं।

chat bot
आपका साथी