टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को मिली टाटा मोटर्स को घाटे से उबारने की जिम्मेदारी, कंपनी को हुआ है 13 हजार करोड़ का घाटा
देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13395 करोड़ का घाटा हुआ है। हालांकि कंपनी को इससे पहले भी घाटा हुआ है लेकिन इस बार इसे गंभीर मानते हुए बोर्ड ने सीधे टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को जिम्मेदारी सौंपी है।
जमशेदपुर, जासं। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स को वित्तीय वर्ष 2020-21 में 13,395 करोड़ का घाटा हुआ है। हालांकि कंपनी को इससे पहले भी घाटा हुआ है, लेकिन इस बार इसे गंभीर मानते हुए बोर्ड ने सीधे टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को जिम्मेदारी सौंपी है।
चंद्रशेखरन के साथ बोर्ड में टाटा मोटर्स के प्रबंध निदेशक व सीईओ गुंटर बुशेक के अलावा ओपी भट्ट, हैने सोरेनसेन, वेदिका भंडारकर, मित्सुहिको, थियरी बोलोरो व केवी चौधरी शामिल हैं। अब चंद्रशेखरन को यह देखना है कि टाटा मोटर्स को घाटे से कैसे उबारा जाए। यह बहुत आसान नहीं है, लेकिन असंभव भी नहीं है। कंपनी ने अपनी रणनीति का अभी खुलासा नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि चंद्रशेखरन कोई ना कोई रास्ता निकाल लेंगे।
चंद्रशेखरन टाटा समूह में तीन दशक से जुड़े
एन चंद्रशेखरन टाटा समूह से तीन दशक से जुड़े हैं। कोयंबटूर के इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी से स्नातक और त्रिचि इंजीनियरिंग कॉलेज से पोस्टग्रेजुएट की पढ़ाई करने के बाद 1987 में टाटा समूह में योगदान दिया था। इसके बाद इन्हें अक्टूबर 2016 में टाटा संस के बोर्ड में शामिल किया गया। जनवरी 2017 में चंद्रशेखरन टाटा संस के चेयरमैन बनाए गए। फिलहाल ये 100 अरब डॉलर के टाटा समूह को आगे बढ़ाने में लगे हैं।
ये रहा पिछला आंकडा
मार्च 2021 में खत्म चौथी तिमाही के दौरान टाटा मोटर्स की कुल आय 89,319 करोड़ रुपये रही थी, जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय 63,057 करोड़ रुपये रही थी। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020-21 के दौरान टाटा मोटर्स की कुल आय 2,52,438 करोड़ रुपये रही है, जबकि उसके पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 के दौरान टाटा मोटर्स की कुल आय 2,64,041 करोड़ रुपये रही थी।
कंपनी में लगातार चल रहा ब्लाॅकक्लोजर
लाॅकडाउन में कम डिमांड एवं पार्ट्स की कमी की वजह से कंपनी को लगातार उत्पादन बंद रखना पड रहा है। कंपनी चालू महीने में ही कइ बार ब्लाॅक क्लोजर कर चुकी है। आज की तारीख में भी ब्लाॅक क्लोजर चल रहा है। टाटा मोटर्स में बंदी की वजह से इससे जुडी एंसीलिरयां भी त्राहि-त्राहि कर रही है।