मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा मुसाबनी का पीएचसी

घाटशिला अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक एवं मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी की पहल पर बीते 6 वर्षों से बंद पड़े मुसाबनी प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कुछ माह पूर्व फिर से खोला गया था..

By JagranEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 09:00 AM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 09:00 AM (IST)
मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा मुसाबनी का पीएचसी
मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा मुसाबनी का पीएचसी

संसू, मुसाबनी : घाटशिला अनुमंडल पदाधिकारी सत्यवीर रजक एवं मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी की पहल पर बीते 6 वर्षों से बंद पड़े मुसाबनी प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कुछ माह पूर्व फिर से खोला गया था। यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मुसाबनी प्रखंड के ग्रामीण आबादी के लिए वरदान साबित हो रहा है। दूरदराज से ग्रामीण यहां पहुंच कर अपने बीमारी की दवा ले जाते हैं। इससे पूर्व दूरदराज के ग्रामीणों को मुसाबनी से 15 किलोमीटर दूर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केंदाडीह जा कर दवा लेनी पड़ती थी। अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट शत्रुघ्न साहू द्वारा मरीजों को यहां दवा दी जाती गई। फार्मासिस्ट ने बताया कि प्रतिदिन यहां 20 से 25 मरीज दवा लेने आते हैं। जिन्हें जरूरत के आधार पर दवा उपलब्ध कराई जाती है। दवाई के लिए अब ग्रामीणों को केन्दाडीह नहीं जाना पड़ रहा है। कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री व उपायुक्त को किया ट्वीट : पहले से ही खस्ताहाल चल रही यूसिल अस्पताल जादूगोड़ा की चिकित्सा सेवाएं अब आम लोगों के लिए पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। यूसिल प्रबंधन ने एक पत्र के माध्यम से फरमान जारी कर ओपीडी सेवाएं बंद करने का एलान किया है। जिसके बाद जीरो से 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोग जो पहले से नगद शुल्क का भुगतान करके ओपीडी सेवाओं का लाभ ले रहे थे। कोरोना काल में अब सकते में हैं। यूसिल के फरमान पर संज्ञान लेते हुए बहरागोड़ा के पूर्व विधायक एवं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं उपायुक्त को ट्वीट कर मामले की जानकारी देते हुए इस प्रकरण में हस्तक्षेप का आग्रह किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि कोरोना काल में जादूगोड़ा एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने वाला यह एकमात्र ओपीडी है। ऐसे कठिन समय में यदि इसे बंद कर दिया गया तो चिकित्सीय अराजकता का माहौल पैदा हो जायगा। वहीं इस मामले में यूसिल की तीनों यूनियन सूमो यूनियन के रमेश माझी, इंटक के राजाराम सिंह और यूरेनियम मजदूर संघ के आनंद महतो ने अस्पताल का निरीक्षण सोमवार को किया और एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यूसिल अस्पताल में ओपीडी चालू है। वही रेफर भी किया जा रहा है अगर किसी मजदूर को दिक्कत आ रही है तो हम लोगों से सम्पर्क करें।

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