ये हैं मुनमुन, कर रही सेवा की संस्कृति का प्रसार, कोरोना काल में जरूरतमंदों को इस तरह पहुंच रही मदद

Jamshedpur Jharkhand News. नाम है मुनमुन चक्रवर्ती। आधी आबादी का मजबूत हस्ताक्षर बनी मुनमुन की खास पहचान सेवा की संस्कृति के प्रसार के लिए है। कोरोना काल में तो यह जरूरतमंदों के लिए उम्मीदों की ज्योति बनकर जगमगा रही है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 10:46 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 07:11 AM (IST)
ये हैं मुनमुन, कर रही सेवा की संस्कृति का प्रसार, कोरोना काल में जरूरतमंदों को इस तरह पहुंच रही मदद
संस्कृति फाउंडेशन की अध्यक्ष सह संस्थापक मुनमुन चक्रवर्ती ।

जमशेदपुर, जेएनएन। नाम है मुनमुन चक्रवर्ती। आधी आबादी का मजबूत हस्ताक्षर बनी मुनमुन की खास पहचान सेवा की संस्कृति के प्रसार के लिए है। कोरोना काल में तो यह जरूरतमंदों के लिए उम्मीदों की ज्योति बनकर जगमगा रही है। किसी तरह की मदद की दरकार हो, जानकारी मुनमुन तक पहुंच जाए। बस क्या चुटकी बजाते मदद पहुंच जाती है।

कोरोना से संक्रमित जरूरतमंदों की सेवा का मुनमुन जमशेदपुर के ग्रामीण क्षेत्र में अभियान चला रखा है चिकित्सकों से सलाह दिलवाने से लेकर दवा उपलब्ध कराने तक का काम पलक झपकते हो हो रहा है। चिकित्सकों से सलाह के लिए मुनमुन ने वाट्सएप ग्रुप बना रखा है। मुनमुन यह सब काम संस्कृति सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के बैनततले कर रही है जिसकी वह संस्थापक एवं अध्यक्ष है। कोरोना संक्रमितों के पास संस्कृति फाउंडेशन ऑक्सीजन से लेकर भोजन और दवा तक पहुंचाने का काम कर रहा है। जो लोग होम आइसोलेशन में हैं, उनतक डाॅक्टरों की सलाह, दवा, ऑक्सीजन और भोजन से लेकर उपचार व बचाव के बारे में जानकारियां भी संस्कृति फाऊंडेशन लगातार पहुंचा रहा है। अस्पतालों में खाली बेड का पता कर इस संबध में भी संक्रमितों के स्वजनों को जानकारी उपलब्ध कराइ जा रही है।

सदस्यों की सेवा की सानी नहीं

संस्कृति फाउंडेशन के कुछ समूह जरूरतमंद मरीजों के लिए खून और प्लाज्मा की भी व्यवस्था कर रहे हैं। इतना ही नहीं, इस आपदा काल में जिन मरीजों की जान चली जा रही है, उन्हें ये अंतिम संस्कार में भी मदद कर रहे हैं। इसके लिए इन मददगारों ने वाट्सएप ग्रुप भी बना रखा है। संस्कृति फाउंडेशन की अध्यक्ष सह संस्थापक मुनमुन चक्रवर्ती कहती है- वाट्सएप पर जहां से भी सूचना आती है, स्वयंसेवक मदद को तैयार रहते हैं। अप्रत्यक्ष रूप से भी जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। काफी संख्या में चिकित्सक भी फाउंडेशन से जुड़कर लोगों को सहयोग कर रहे हैं।

होम आइसोलेशन वालों को भी मदद

मुनमुन बताती हैं कि घर हो अस्पताल, जो भी मरीज अकेले रहते हैं या सभी संक्रमित हैं और भोजन उपलब्ध कराने की मांग करते हैं, उनके यहां भोजन पहुंचाया जा रहा है। जमशेदपुर में प्रत्येक दिन भोजन तैयार करवाकर सुबह और शाम मिलाकर 300 लोगों को भोजन पहुंचवाया जा रहा है। भोजन तैयार करने में इम्युनिटी का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके साथ ही अबतक 150 ऑक्सीजन सिलेंडर भी जरूरतमंदों को उपलब्ध कराया गया है। जिनके घरों में सहयोग करने वाला कोई नहीं है, वहां दवाएं भी पहुंचाई जा रही है।

ऑक्सीजन और कच्चा राशन का भी इंतजाम

समाज के सहयोग से ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदकर संस्था के सदस्य जरूरतमंदों को उपलब्ध कराते हैं। इसके लिए कोई राशि नहीं ली जाती है। घर और अस्पताल में भोजन पहुंचाने का काम कर रहे हैं। वहीं जमशेदपुर ग्रामीण क्षेत्र में में कच्चा राशन भी जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहा है। सैनिटाइजर और मास्क भी संस्कृति फाउंडेशन जरूरतमंदों उपलब्ध करा रहा है।

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