जमशेदपुर की मुक्ता गुप्ता की दिल्ली में लगी पेंटिंग प्रदर्शनी, भोपाल से ही आज ही पहुंचीं हैं दिल्ली

Mukta Gupta Jamshedpur painting ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स सोसाइटी नई दिल्ली के सौजन्य से आयोजित इस प्रदर्शनी में मुक्ता गुप्ता को शामिल होने का विशेष न्योता मिला था। मुक्ता की पेंटिंग अब तक देश की लगभग हर बड़ी गैलरी में प्रदर्शित हो चुकी है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 05:47 PM (IST)
जमशेदपुर की मुक्ता गुप्ता की दिल्ली में लगी पेंटिंग प्रदर्शनी, भोपाल से ही आज ही पहुंचीं हैं दिल्ली
मुक्ता गुप्ता भारत में करीब 150 और विदेश में 10 एकल पेंटिंग प्रदर्शनी लगा चुकी हैं।

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर स्थित सोनारी निवासी मुक्ता गुप्ता की पेंटिंग की प्रदर्शनी नई दिल्ली के रफी मार्ग स्थित आइफैक्स आर्ट गैलरी में प्रदर्शनी लगी है। यहां 22-28 अक्टूबर तक देश के नामीगिरामी चित्रकारों-शिल्पकारों की प्रदर्शनी लगी है, जिसमें मुक्ता गुप्ता की भी कई पेंटिंग है। मुक्ता मंगलवार को ही भोपाल से दिल्ली पहुंची हैं, जहां वे 18-24 अक्टूबर तक टैगोर नेशनल आर्ट कैंप में भाग ले रही थीं।

ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स सोसाइटी, नई दिल्ली के सौजन्य से आयोजित इस प्रदर्शनी में मुक्ता गुप्ता को शामिल होने का विशेष न्योता मिला था। मुक्ता की पेंटिंग अब तक देश की लगभग हर बड़ी गैलरी में प्रदर्शित हो चुकी है। वह भारत में करीब 150 और विदेश में 10 एकल पेंटिंग प्रदर्शनी लगा चुकी हैं। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक आर्ट वर्कशॉप में भाग ले चुकी हैं। मुक्ता मानवीय संबंधों व प्रेम के रिश्ते को ऑयल पेंटिंग के जरूरी विशिष्ट तरीके से प्रस्तुत करती हैं। मुक्ता कहती हैं कि मुझे अपनी पेंटिंग के माध्यम से जमशेदपुर का नाम देश-विदेश में रोशन का मौका मिलता है, इससे मुझे बहुत खुशी महसूस होती है।

भोपाल में सिर्फ महिला पेंटर हुईं शामिल

मुक्ता बताती हैं कि भोपाल के रवींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी में आयोजित टैगोर नेशनल आर्टिस्ट कैंप की खासियत यह थी कि इसमें देश की चुनिंदा महिला पेंटर ही शामिल हुईं। 18 से 24 अक्टूबर तक टैगोर इंटरनेशनल सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर, रवींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी भोपाल द्वारा आयोजित आर्टिस्ट कैंप ‘विश्व रंग’ का उद्घाटन कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, यूनिवर्सिटी ऑफ लखनऊ के पूर्व प्राचार्य प्रो. जयकृष्ण अग्रवाल ने किया था। इसमें बतौर विशिष्ट अतिथि रवींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी भोपाल के कुलपति संतोष चौबे थे, जबकि इनके अलावा विश्वविद्याल की प्रति कुलपति डा. संगीता जौहरी, टैगोर इंटरनेशनल सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर के निदेशक विनय उपाध्याय व रवींद्रनाथ टैगोर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डा. विजय सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय थी।

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