Chaibasa Vaccination: कोरोना वैक्सीनेशन को सफल बनाने में जुटे मुखिया, लोगों को बता रहे अफवाह की हकीकत
Chaibasa Vaccination चाइबासा के गांवों में कोरोना वैक्सीन अभियान को सफल बनाने में मुखिया जुटे हैं। वे समझा रहे हैं कि वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और इससे किसी तरह के साइड इफेक्ट जैसी कोई बात नहीं है। नाहक ही लोगों के बीच भ्रांतियां फैलायी जा रही है ।
चाईबासा, जासं। झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम के सदर प्रखंड अंतर्गत कमारहातु में कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीन लेने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए ग्राम मुंडा बिरसा देवगम की अध्यक्षता में बुद्धिजीवी, महिला समिति, आंगनबाड़ी सेविका, स्वास्थ्य सहिया के साथ आवश्यक बैठक बुलाई गई।
इलाका मानकी दलपत देवगम, मतकमहातु पंचायत मुखिया लादू देवगम और गुटुसाई मुंडा अर्जुन देवगम की उपस्थिति में हुई बैठक में कहा गया कि 18 वर्ष से 44 वर्ष तक और 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लेना अति आवश्यक है। मानकी दलपत देवगम ने प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के साथ जिले में हुई बैठक की जानकारी देते हुए कहा कि वैक्सीन पूर्णतः सुरक्षित है और इससे किसी तरह के साइड इफेक्ट जैसी कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि नाहक ही लोगों के बीच भ्रांतियां फैलायी जा रही है कि वैक्सीन लेने से मौत हो सकती है। जबकि ऐसी कोई बात नहीं है । वैक्सीन मौत से बचाव के लिए दिया जा रहा है। जागरूकता की कमी के कारण लोगों के बीच इस तरह की भ्रांतियां तेजी से फैल रही हैं।
अंधविश्वास कोरोना से लडाइ में बाधाक
बैठक में मुखिया लादु देवगम ने कहा कि लोगों को जागरूक कर वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मुखिया ने कहा कि वैश्विक महामारी को लेकर अंधविश्वास और अफवाह भी लोगों को वैक्सीन लेने से रोक रही है। इसे रोकने के लिए भी लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जागरूक करने के बाद वैक्सिनेशन कैम्प के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को बुलाया जाएगा। मानकी ने कहा कि हमारे आस पास किसी भी चीज का विक्रेता वर्ग है उनका वैक्सीन लेना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन लिए हुए विक्रेताओं से ही सामान खरीदें। मानकी ने कहा कि बाहर राज्यों से आए लोगों से भी कोरोना तेजी से फैलने का भय रहता है। इसलिए अपने लोग भी अगर अन्य राज्यों से आते हैं उन्हें क्वारंटाइन होना आवश्यक है। चाहे उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव या नेगेटिव आया हो। इसके लिए गांव के विद्यालयों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। वहां एक सप्ताह तक क्वारंटाइन होना है।
मानकी ये कही ये बात
बैठक में मानकी ने कहा कि गंभीर बीमारी से ग्रसित लोग स्वास्थ्य जांच के बाद ही वैक्सीन लें। उन्होंने कहा कि गांव में अगर किसी व्यक्ति की कोरोना लक्षण पाए जाने के बाद मौत होती है तो काफी सतर्कता के साथ ही शव की अंत्येष्टि हो। अंत्येष्टि में वैक्सीन लिए हुए लोग ही भाग लें। बैठक में वैक्सीन ले चुके कई लोगों को भी बुलाया गया था। सभी ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वैक्सीन लेने के बाद हल्का बुखार के अलावा किसी तरह का कोई परेशानी नहीं होती है। बताया गया कि वैक्सीन के बाद बुखार आता ही है, यह जरूरी नहीं है। मानकी ने कहा कि मेरी 90 वर्ष की मां ने भी वैक्सीन ले लिया है लेकिन किसी तरह का परेशानी नहीं हुई। लिहाजा भ्रांतियां और अफवाह से दूर रहकर भयमुक्त होकर वैक्सीन लें। अन्यथा वैक्सीन के बिना सामान्य जीवन व्यतीत करना दूभर हो सकता है। बैठक में पूर्व ग्राम मुंडा दीनबंधु देवगम, सोमय देवगम, कृष्णा देवगम, रांधो देवगम, आंगनबाड़ी सेविकाएं मंदुई पुरती पाड़ेया, सोनामुनी देवगम, अंजु रीना देवगम, स्वास्थ्य सहिया प्रमिला देवगम, महिला समिति की मिथिला देवगम, सिंगराय देवगम, राम देवगम, राजेश देवगम, प्रकाश देवगम आदि उपस्थित थे।