टाटा मोटर्स में 100 से ज्यादा सुपरवाइजरों की प्रोन्नति
वाहन निर्माण में अग्रणी टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में 100 से ज्यादा सुपरवाइजरों (एल-सिक्स) की प्रोन्नति हुई है। इन्हें सीधे सीनियर मैनेजर (एल-फाइव) बनाया गया है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। मध्यम व भारी वाहनों के निर्माण में अग्रणी टाटा मोटर्स के जमशेदपुर प्लांट में 100 से ज्यादा सुपरवाइजरों (एल-सिक्स) की प्रोन्नति हुई है। इन्हें सीधे सीनियर मैनेजर (एल-फाइव) बनाया गया है। इनकी संख्या 100 से ज्यादा है। अधिकारिक जानकारी के मुताबिक कंपनी में वर्षों से कार्यरत (डिप्लोमाधारक) सुपरवाइजरों की लिखित परीक्षा हुई थी जिसमें इंजीनियङ्क्षरग उत्तीर्ण होना अनिवार्य था। बीटेक या समकक्ष या फिर एमआई उत्तीर्ण करने वाले सुपरवाइजर इस परीक्षा में शामिल हुए थे। लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों की मौखिक जांच भी हुई थी जिसमें एक सौ से ज्यादा सफल हुए हैं। ये उम्मीदवार टाटा मोटर्स के विभिन्न डिवीजनों के हैं, जो सीधे उत्पादन कार्य से जुड़े हैं। ऐसे सुपरवाइजरों की प्रोन्नति हुई है। इसमें कई को एल-सिक्स से उपर (वन, टू व थ्री) का ग्रेड मिला है तो कई एल-फाइव में चले गए हैं। अब अ्रगले माह से इनके वेतन व अन्य सुविधाओं में बढ़ोतरी हो जाएगी।
लंबे अवकाश में फंसे कर्मी पुत्र
टाटा मोटर्स में चार दर्जन कर्मचारी पुत्र लौंग अबसेंटी की वजह से टीएमएसटी (टाटा मोटर्स स्किल ट्रेनिज) से अस्थायी रॉल में जाने से वंचित हो जाएंगे। पहले से 28 और और इधर 20 कर्मी पुत्र लंबे अवकाश में रहने की वजह से अस्थायीकरण प्रक्रिया में शामिल नहीं हो रहे हैं। टीएमएसटी में तीन साल के प्रशिक्षण के दौरान ये महीनो कंपनी में अनुपस्थित रहे थे। यूनियन का कहना है कि काम से बैठाए गए टीएमएसटी कर्मियों को बाई-सिक्स कराने का प्रयास किया जा रहा है।
इन्हें है बाई सिक्स होने का इंतजार
टाटा मोटर्स में 114 टीएमएसटी कर्मियों का तीन साल का प्रशिक्षण बीते माह पूरा हो गया है। अब इन्हें बाई सिक्स होने का इंतजार है।
नवंबर-2015 में उक्त कर्मियों को तीन साल के लिए प्रशिक्षण पर रखा गया था। अब इन्हें बाई सिक्स (अस्थायी कर्मी) रोल पर काम पर रखा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक 114 टीएमएसटी कर्मियों में करीब 20 ऐसे कर्मीपुत्र शामिल हैं जो प्रशिक्षण के दौरान काफी दिनों तक अनुपस्थित रहे हैं। ऐसे में इन लोंगों को कुछ और दिनों के लिए ट्रेनिंग पर रोका जा सकता है।