नीर निर्मल परियोजना से बनी जलमीनार का विधायक ने किया निरीक्षण

पावड़ा गांव में वर्ष 2016 में नीर निर्मल परियोजना (ग्रामीण जलापूर्ति एवं स्वच्छता परियोजना) के तहत बनाया गया जलमीनार की स्थिति को देखने स्वयं विधायक रामदास सोरेन शनिवार को पहुंचे। उन्होंने देखा कि 52 लाख की लागत से पेयजल आपूर्ति के लिए बनाया गया जलमीनार बेकार पड़ा हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:30 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:30 AM (IST)
नीर निर्मल परियोजना से बनी जलमीनार का विधायक ने किया निरीक्षण
नीर निर्मल परियोजना से बनी जलमीनार का विधायक ने किया निरीक्षण

संस, घाटशिला : पावड़ा गांव में वर्ष 2016 में नीर निर्मल परियोजना (ग्रामीण जलापूर्ति एवं स्वच्छता परियोजना) के तहत बनाया गया जलमीनार की स्थिति को देखने स्वयं विधायक रामदास सोरेन शनिवार को पहुंचे। उन्होंने देखा कि 52 लाख की लागत से पेयजल आपूर्ति के लिए बनाया गया जलमीनार बेकार पड़ा हुआ। झाडियों से पूरी तरह घिरा हुआ है। उन्होंने नाराजगी व्यक्ति करते हुए कहा कि इस तरह से सरकारी संपत्ति को बर्बाद होने नही देंगे। जल्द ही इस पर विभागीय सचिव से बात कर गांव के लोगों को पानी उपलब्ध कराया जाएगा। पूरे प्रखंड में करोड़ा रुपया की लागत से बना इस तरह की योजना बेकार पड़ी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा कि इस तरह जितनी भी योजना है उसे सूचिवद्ध कर दें जल्द ही इस पर कार्यवाही की जाएगी। पिछले 19 अक्टूबर को दैनिक जागरण में इस खबर को प्रमुख्ता से प्रकाशित किया गया था। इसे गंभरता से लेते हुए विधायक ने निरीक्षण किया। ज्ञात हो कि वर्ष 20़16 में इसका शिलान्यास किया गया था। वर्ष 2017 में योजना का काम पूरा हो गया। लेकिन सिर्फ विभागीय फाइलों में योजना पूर्ण हुई। धरातल पर इसका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा। जलमीनार बनने के बाद भी जलापूर्ति शुरू नहीं हुई। चार वर्ष योजना के पूर्ण हुए बीत गए, लेकिन अबतक पंचायत को इसका हैंडओवर नहीं मिला है। योजना में लाखों रुपए लग गए। लेकिन इसका उद्देश्य पूरा होता नहीं दिख रहा। इसपर अबतक विभागीय अधिकारियों ने भी सुध नहीं ली है।

नीर निर्मल परियोजना के तहत पावड़ा में बना जलापूर्ति योजना से 178 घरों में पाइपलाइन से जलापूर्ति का लाभ देना था। इससे 1115 लोगों को पेयजलापूर्ति का लाभ मिलता। जलमीनार बनने के बाद पाइपलाइन का काम भी पूरा हो चुका है। लेकिन पानी की सप्लाई शुरू नहीं हो सकी। जलमीनार बनने के बाद कुछ दिनों तक ट्रायल में जलापूर्ति हुई। उसके बाद नियमित जलापूर्ति बंद है। विधायक ने सीएचसी को दिया ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर मशीन : पोटका विधायक संजीव सरदार ने शनिवार को डुमरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र को ग्रीनेज इंडिया नामक संस्था के तरफ से जीवन रक्षक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर मशीन प्रदान किया। प्रभारी चिकित्सक डॉ दूर्गा चरण मुर्मू ने मशीन की उपयोगिता के बारे मे बताया कि जब किसी मरीज का ऑक्सीजन लेवल नब्बे से नीचे गिर जाता है यह मशीन उसे ऑक्सीजन लेवल बढ़ाकर जीवन की रक्षा करता है। यह मशीन कोरोना संक्रमित मरीज का उपचार मे सहायक साबित हुआ है। विधायक ने स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी का दवाखाना, स्टोर रुम,ड्रेसिग रूम आदि का निरीक्षण किया। प्रभारी चिकित्सक ने विधायक से कहा कि स्वास्थ्य केंद्र पुरी तरह जर्रजर हो गया है। अस्पताल भवन निर्माण के लिए जगह की कमी है। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने भालुकपातड़ा मौजा मे स्थल मुहैया कराने की बात विधायक से कही। इस दौरान लैब तकनिशयन आदित्य सेन ने आउटसोर्सिंग कंपनी के द्वारा बेतन बकाया होने का शिकायत किया। संबंधित कंपनी को विधायक ने जल्द भुगतान को कहा। वहीं ड्रेसर अनूप कुमार नंद को कई माह से बैठाया जाने मामले मे विधायक ने संबंधित पदाधिकारी से बात की। मार्च तक बहाल करने का आश्वासन दिया। इस दौरान मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी साधुचरण देवगम, प्रभारी चिकित्सक, झामुमो के केंद्रीय सदस्य शंकर चंद्र हेंब्रम, मिर्जा सोरेन, प्रखंड अध्यक्ष भगत बास्के, जयपाल सिंह मुर्मू, समेत काफी संख्या मे कार्यकर्ता मौजूद थे।

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