Kolhan University: लेन-देन का मामला उजागर होने के बाद केयू में माइग्रेशन ऑनलाइन

Kolhan University. माइग्रेशन के लिए निर्धारित फीस का भुगतान ऑनलाइन ही करना होगा। साथ माइग्रेशन बन जाने के बाद छात्रों के मोबाइल पर सूचना दे दी जाएगी।एक सप्ताह के अंदर माइग्रेशन को छात्रों को दे देने का निर्णय भी लिया गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 03:20 PM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 03:20 PM (IST)
Kolhan University: लेन-देन का मामला उजागर होने के बाद केयू में माइग्रेशन ऑनलाइन
अब माइग्रेशन की पूरी प्रक्रिया को केयू ने ऑनलाइन कर दिया है।

 जमशेदपुर, जासं। कोल्हान विश्वविद्यालय में पिछले एक तृतीय वर्ग के कर्मचारी पर घूस लेकर माइग्रेशन देने का मामला उजागर हुआ था। इसके बाद इस कर्मचारी को विश्वविद्यालय ने सस्पेंड कर दिया। अब माइग्रेशन की पूरी प्रक्रिया को विश्वविद्यालय ने ऑनलाइन कर दिया है।

इस संबंध में परीक्षा बोर्ड में निर्णय लिया गया। निर्णय के अनुसार के माइग्रेशन के लिए निर्धारित फीस का भुगतान ऑनलाइन ही करना होगा। साथ माइग्रेशन बन जाने के बाद छात्रों के मोबाइल पर सूचना दे दी जाएगी। किसी भी परिस्थिति में एक सप्ताह के अंदर माइग्रेशन को छात्रों को दे देने का निर्णय भी लिया गया। परीक्षा बोर्ड की बैठक में एक साथ 21 रिसर्च स्कॉलर के रिजल्ट के प्रकाशन को अनुमति प्रदान कर दी गई। यह पहली बार हो रहा है जब एक साथ इतने रिसर्च स्कॉलर का रिजल्ट जारी होगा। इस बैठक में 38 परीक्षाओं के परीक्षाफल प्रकाशन का अनुमोदन भी कर दिया गया।

प्राचार्यों को जारी होगा शोकाज

यूजी की सेमेस्टर परीक्षाओं में इंटरनल नंबर नहीं देने के कारण सैकड़ों छात्रों का रिजल्ट पेंडिंग हैं। इस मामले में कालेजों के प्राचार्यो को कार्रवाई के दायरे में लाया गया है। परीक्षा नियंत्रक डा. पीके पाणि ने बताया कि ऐसे कालेजों के प्राचार्य को सबसे पहले शोकॉज जारी किया जाएगा। छात्रों का नंबर जल्द से जल्द जमा करने को कहा गया है। मालूम हो कि इंटरनल माक्र्स विवि को नहीं मिल पाने का छात्रों का रिजल्ट विगत दो वर्षो से पेंडिंग चल रहा है। छात्र विश्वविद्यालय और काॅलेज का चक्कर लगा रहे हैं।

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