Jharkhand Naxal Poster: चक्रधरपुर में एसडीपीओ आवास के करीब माओवादियों ने की पोस्टरबाजी, पुलिस ने जब्त किया पोस्टर-बैनर
Naxal in Jharkhand चक्रधरपुर लाल गिरजा के सामने से एसडीपीओ नाथू सिंह मीणा के सरकारी आवास जाने वाले रास्ते के बगल में लगे केंद्रीय विद्यालय के बोर्ड में माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर पुलिस को चुनौती देने की कोशिश की है ।
जागरण संवाददाता, चक्रधरपुर। लगातार पुलिस के नक्सल विरोधी अभियान से मात खा रहे नक्सली संगठन ने चक्रधरपुर में पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने की कोशिश की है। चक्रधरपुर लाल गिरजा के सामने से एसडीपीओ नाथू सिंह मीणा के सरकारी आवास जाने वाले रास्ते के बगल में लगे केंद्रीय विद्यालय के बोर्ड में माओवादियों ने पोस्टरबाजी कर पुलिस को चुनौती देने की कोशिश की है । बता दें कि चक्रधरपुर एसडीपीओ का आवास यहां से करीबन 150 मीटर की दूरी पर स्थित है। दूसरी ओर चक्रधरपुर से रांची की ओर जाने वाली एनएच 75 सड़क मार्ग है ।
यहां बांझिकुसुम के पास माओवादियों ने पोस्टरबाजी की है। पोस्टर में 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह मानाने को लेकर माओवादियों ने अपनी बात रखी है । साथ ही साथ माओवादियों ने पुलिस से हुई मुठभेड़ में मारे गए अपने साथियों का जिक्र करते हुए शपथ लेने की बात लिखी है। पोस्टरबाजी की सूचना के बाद पुलिस ने मौके से सारे पोस्टर निकालकर जब्त कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है । इस संबंध में जानकारी देते हुए चक्रधरपुर के थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया है कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी द्वारा दो जगह में पोस्टर व बैनर लगाया गया था, जिसे त्वरित कार्रवाई करते हुए हटाकर जब्त कर लिया गया है । बता दें कि इससे एक दिन पहले ही पुलिस ने माओवादियों की बड़ी साजिश को नाकाम करते हुए तीन शक्तिशाली डायरेक्शनल बम बरामद कर नष्ट कर दिया था। अब माओवादी पोस्टरबाजी कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं । 10 साल पूर्व इसी जगह पर नक्सलियों ने पोस्टर और बैनर लगाए थे ।
माओवादियों के शहीद सप्ताह 3 अगस्त तक है
सीपीआई (माओवादी) की दक्षिण जोनल कमेटी की ओर से लगाए गए बैनर पोस्टर में 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीद दिवस की जानकारी दी गई है । नक्सलियों ने बैनर व पोस्टर में अमर शहीद कामरेड निर्मल, कामरेड सुखलाल, कामरेड सुखदेव, निवेदक दक्षिणी जोनल कमेटी भाकपा (माओवादी) लिखा हुआ है । इधर, नक्सलियों द्वारा पोस्टर व बैनर लगाए जाने के सूचना से रेलवे कॉलोनी और आसपास के क्षेत्रों में लोग दहशत में हैं ।