धौनी-साक्षी की प्रेम गाथा किसी परी कथा से कम नहीं, बचपन के दोस्त से लेकर जीवन साथी तक का सफर यूं पूरा किया
क्रिकेट का कोहिनूर महेंद्र सिंह धौनी व साक्षी धौनी की प्रेम कथा किसी परी गाथा से कम नहीं है। वैसे तो दोनों बचपन से एक दूसरे को जानते थे। लेकिन एक मुलाकात ने दोनों की किस्मत बदल दी।
जमशेदपुर। क्रिकेट का कोहिनूर महेंद्र सिंह धौनी की जिंदगी की कहानी लोगों को हमेशा रोमांचित करती रही है। रांची के राजकुमार ने जमशेदपुर से ही अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरी थी। भले ही माही का जन्मभूमि रांची हो, लेकिन कर्मभूमि जमशेदपुर ही रहा है। कैरियर के शुरुआती दिनों में वह जमशेदपुर स्थित कीनन स्टेडियम में ही अभ्यास किया करते थे।
विश्व का सबसे सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की प्रेम कहानी भी जादुई प्रेमगाथा से कम नहीं है।
महेंद्र सिंह धोनी ने अपने प्यार साक्षी साक्षी से 4 जुलाई 2010 को देहरादून में शादी की थी।
खेल, राजनीति और फिल्म बिरादरी से धोनी के कई दोस्तों ने शादी में शिरकत की और जोड़े को आशीर्वाद दिया। संयोग से, साक्षी रावत के बारे में कोई नहीं जानता था कि वह भारत के सबसे योग्य कुंवारे से शादी के बंधन में बंधी थीं। तो क्या है इनकी लव स्टोरी और कैसे हुई इसकी शुरुआत।
दोनों के पिता थे दोस्त, रांची में मेकॉन में करते थे काम
एमएस धोनी और साक्षी परिवार के दोस्त-विकेटकीपर-बल्लेबाज और साक्षी बचपन से एक-दूसरे को जानते थे क्योंकि उनके पिता रांची के मेकॉन में काम करते थे।
धोनी और साक्षी रांची के एक ही स्कूल में गए, लेकिन साक्षी का परिवार देहरादून में शिफ्ट हो गया, जब वह अभी भी एक बच्ची थी क्योंकि उसके पिता का ट्रांसफर हो गया था। दोनों ने सालों से संपर्क खो दिया था लेकिन भाग्य ने निश्चित रूप से चीजें बदल दीं।
साक्षी ने औरंगाबाद से की थी होटल मैनेजमेंट
असम में जन्मी साक्षी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल में प्राप्त की। उन्होंने औरंगाबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट से होटल मैनेजमेंट में डिग्री हासिल की है।
एमएस धोनी फिर साक्षी से कैसे मिले?
दोनों की मुलाकात करीब 10 साल बाद कोलकाता में हुई। यह मुलाकात तब हुई जब टीम इंडिया कोलकाता के ताज बंगाल में ठहरी हुई थी। साक्षी, जो होटल मैनेजमेंट की छात्रा थी, टीम इंडिया के वहां ठहरने के दौरान ताज बंगाल में इंटर्न थी। इंटर्नशिप के अपने आखिरी दिन, साक्षी के मैनेजर युधाजीत दत्ता ने उन्हें धोनी से मिलवाया, जो तुरंत उनसे प्यार करने लगे। धोनी ने बाद में दत्ता से उनका नंबर मांगा और उन्हें मैसेज किया।
कैसे शुरू हुई धोनी और साक्षी की प्रेम कहानी?
उनका नंबर मिलने के बाद धोनी ने साक्षी को कई मैसेज भेजे लेकिन उन्होंने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि, बार-बार संदेशों के बाद, दोनों ने मार्च 2008 में डेटिंग शुरू कर दी। साक्षी ने 2008 में धोनी के जन्मदिन की पार्टी में भी भाग लिया।
एमएस धोनी और साक्षी की शादी
सीएसके के कप्तान और साक्षी ने 4 जुलाई, 2010 को देहरादून में शादी के बंधन में बंध गए। शादी में धोनी के खेल, राजनीति और फिल्म बिरादरी के दोस्त शामिल हुए थे। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि धोनी से शादी से पहले साक्षी कोई जाना-पहचाना चेहरा नहीं थी।
एमएस धोनी और साक्षी की खुशियों की गठरी
दंपति को 6 फरवरी, 2015 को एक बच्ची - जीवा धोनी - का आशीर्वाद मिला। वह रांची में पैदा हुई थी और देश में सबसे प्रसिद्ध व्यक्तियों में से एक है। उनका जन्म तब हुआ जब एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में अपने विश्व कप खिताब की रक्षा करने की तैयारी कर रही थी। उसके जन्म के दौरान कप्तान उसके साथ नहीं हो सकता था।