PM Awas के लिए निकली लॉटरी, कहीं खुशी तो कहीं मायूसी; देखें सूची
Pradhan Mantri Awas Yojana. पीएम आवास के लिए चयनित 1136 लोगों के लिए जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा कंप्यूटरीकृत बटन दबाकर लॉटरी निकाली गई।
जमशेदपुर, जासं। 21 अक्टूबर को सिदगोड़ा टाउन हॉल में बहुप्रतिक्षित पीएम आवास के लिए चयनित 1136 लोगों के लिए जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो द्वारा कंप्यूटरीकृत बटन दबाकर लॉटरी निकाली गयी। लॉटरी में निकले नामों की घोषणा विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार द्वारा किया जा रहा था। जिसके नाम लॉटरी में निकल रहा था उनके चेहरे पर खुशी तो जिनके नाम नहीं पुकारा जा रहा था, उनके चेहरे पर मायूसी देखी जा रही थी।
हालांकि मौके पर मौजूद सिटी मैनेजर लोगों को आश्वासन देते रहे कि अभी नहीं मिला तो अगले चरण में जरुर निकलेगा। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने द्वीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर सांसद विद्युत वरण महतो, डीडीसी बी माहेश्वरी, एडीसी सौरव कुमार सिन्हा, एडीएम नंदकिशोर लाल, डीपीओ अजय कुमार, जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार, सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार, विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल, संजीव सिंह आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास की पहल ने आज जमशेदपुर में पहला पीएम आवास के लिए लॉटरी निकाला गया। यह खुशी का क्षण है, जिसके सिर पर छत नहीं है उसे आज छत मिल रहा है। वहीं विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि जमशेदपुर अक्षेस के तहत 27000 मकान बनाना है, इसमें से 12000 आवास के लिए जमीन उपलब्ध हो गया है बाकि आवास के लिए जमीन चिन्हित किए जा रहे हैं।
वहीं विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल ने किसी पार्टी नाम लिए बगैर उन्हें जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि चिरकुट नेता जिसका कोई औचित्य नहीं है, वह पीएम आवास के लिए आने वाले लाभुकों को बरगला रहा है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि चुनाव के समय में ऐसे नेताओं अनरगल आरोप लगाते हैं, वैसे नेताओं को सबक सिखाने की बात कही।
जब आवास मिलने की खुशी में नाचने लगे लाभुक
सिदगोड़ा टाउन हॉल में पीएम आवास का साक्षी बनने के लिए हजारों लोगों को अंदर व बाहर बैठने की व्यवस्था की गयी थी। बड़े-बड़े स्क्रीन अंदर व बाहर दोनो जगह लगाए गए थे ताकि आम जनता को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। जैसे-जैसे लॉटरी निकाल कर लोगों का नाम पुकारा जा रहा था, वैसे-वैसे लाभुकों के बीच खुशी छा रही थी। कोई हाथ उठाकर तो कोई डांस कर अपनी खुशियां का इजहार कर रहे थे।
खुशी के पल : जिन्हें मिला आवास
वह 15 साल से किराए के मकान में पति अनय चौधरी व दो पुत्री के साथ रह रहीं है। उनका सपना था कि कभी अपना भी घर होगा, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने अपना छत का सपना पूरा कर दिया। आज इतनी खुशी लग रही हैकि इसे शब्दों में बयां नहीं कर पा रही हूं। -अनिता चौधरी, बिरसानगर कालू बागान।
जब मेरे पति का 2005 में कैंसर से मौत हो गयी, वह अपने पांच बच्चों तीन पुत्री व दो पुत्र के साथ रह रही थी। खाना-खाने पर सोचना पड़ रहा था। वह किसी तरह इधर-उधर काम कर बच्चों का पेट पालने लगी। किराया नहीं देने पर मकान मालिक निकाल देता था। आज भी वह बिरसानगर झोपड़ी में बच्चों के साथ रहती हूं। आज जब पीएम आवास मिला तो आखों से खुशी के आंसू निकल गए। इसके लिए उन्होंने पीएम व सीएम को धन्यवाद दी। -एलन बलमुचू, बिरसानगर।
वह अपने परिवार के साथ 55 साल से किराए के मकान में रह रहे हैं। मैं काम करने के लायक नहीं हूं, पत्नी चौका बरतन का काम करती है, एक पुत्र है वह दुकान में काम करता है। किसी तरह खाना-पीना चल रहा है। वह तो कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि कभी भी अपना पक्का मकान होगा। वह सपना पीएम नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री रघुवर दास के सौजन्य से साकार होता दिख रहा है। -रामलाल सोनकर, शास्त्रीनगर कदमा।
वह अपने परिवार के साथ 15 साल से किराए के मकान में रहते आ रहे हैं। किसी तरह कमर तोड़ मेहनत कर परिवार का पेट ही भर पाता है। अपना घर का सपना देखते थे, लेकिन यह सोचकर मायूस हो जाते थे, कि न घर के लिए पैसा होगा और न अपना घर होगा। आज जब पीएम आवास के लिए नाम की घोषणा हुई तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। वह मंच के सामने ही नाचकर खुशी का इजहार करने लगे। -बी नागेश्वर, टीनप्लेट निवासी।
मेरे पति ठेकेदारी में काम करते हैं, 15 साल से किराए के मकान में रह रहे हैं। चार बच्चे हैं किसी तरह परिवार का भरण पोषण होता है। कभी नहीं सोचे थे कि जमशेदपुर में अपना पक्का का मकान होगा, लेकिन आज जैसे ही नाम की घोषणा हुई, खुशी का ठिकाना नहीं रहा। -अनिता देवी, हावड़ा ब्रिज, साकची।
मैं अपने पिता रामदास कटारे के साथ 20 साल से किराए के मकान में चार बच्चों के साथ रहती हूं। पिताजी फल बिक्री करते हैं और किसी तरह अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं। किराए के घर होने के कारण हमेशा घर खाली करना पड़ता है। अपना घर का सपना आज पूरा हो गया। -सारिका, काशीडीह निवासी।
इन्हें नहीं मिला आवास, मायूस होकर निकले विकलांग
बागुनहातु पीएम आवास के लिए हजारों लोग सुबह 11 बजे से ही आवास के आस में सिदगोड़ा टाउन हॉल में पहुंचने लगे थे। पीएम आवास के लिए जिनके नामों की घोषणा नहीं हो पाया, वैसे लोग मायूस होकर बाहर निकल गए। इस अवसर पर तीन विकलांग लोगों से भी बातचीत की गयी। दैनिक जागरण से बातचीत करती हुई ह्यूमपाईप निवासी स्नेहलता एक्का ने बताया कि वह आंखों से विकलांग हैं। सुबह से आई थी कि आवास मिलेगा, नारकीय जिंदगी से मुक्ति मिलेगा, लेकिन आवास का सपना पूरा नहीं हो पाया।
इसी तरह स्लैग रोड सीतारामडेरा निवासी सुदामा कुमार तथा किशोरीनगर निवासी वीरू कुमार भी विकलांग हैं। यह भी पीएम आवास के लिए सुबह से ही सिदगोड़ा टाउन हाल पहुंचे थे, लेकिन इनका नाम की भी घोषणा नहीं हुआ। तीनों विकलांग मायूस हो गए। इसी बीच पीएम आवास देख रहें सिटी मैनेजर रवि भारती व कनिका साहा ने आश्वासन दिया है कि अगले चरण में उन्हें पीएम आवास मिल जाएगा।
वेबसाइट व अक्षेस में चिपका दिए जाएंगे नाम
जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि बागुनहातु पीएम आवास के लिए चयनित लोगों की सूची वेबसाइट में डाल दिया जाएगा, इसके अलावा लाभार्थी का नाम अक्षेस के सूचना पट पर चिपका दिए जाएंगे ताकि लाभुकों को जानकारी मिल सके। उन्होंने बताया कि आवंटन पत्र जमशेदपुर अक्षेस कार्यालय में दी जाएगी।