Lockdown Extention Again: तीन जून तक झारखंड में लाॅकडाउन रहेगा प्रभावी, ये रहा ताजा फैसला

Lockdown Extention Again झारखंड में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को एकबार फिर बढा दिया गया है। सूबे की हेमंत सरकार के ताजा फैसले के मुताबिक पहले से लागू सभी प्रतिबंधों के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह अब तीन जून की सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेगा।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 25 May 2021 10:36 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 08:57 AM (IST)
Lockdown Extention Again: तीन जून तक झारखंड में लाॅकडाउन रहेगा प्रभावी, ये रहा ताजा फैसला
नइ गाइडलाइन के मुताबिक ई-पास की अनिवार्यता में कुछ ढिलाइ दी गइ है।

जमशेदपुुर, जासं। कोरोना से उत्पन्न प्रतिकूल हालातों से निबटने के लिए झारखंड में जारी स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह यानी लाॅकडाउन को एकबार फिर बढा दिया गया है। सूबे की हेमंत सरकार के ताजा फैसले के मुताबिक पहले से लागू सभी प्रतिबंधों के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह अब तीन जून की सुबह छह बजे तक प्रभावी रहेगा। इस बाबत कोल्हान के तीनों जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम एवं सरायकेला-खरसावां जिला प्रशासन को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्राधिकार की मंगलवार शाम आयोजित बैठक में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह एक सप्ताह और बढ़ाने का फैसला हुआ। हालांकि कोइ कडा फैसला नहीं लिया गया। कडे फैसले के कयास मुख्यमंत्री के उस वक्तव्य को लेकर लगाए गए थे जिसमें उन्हाेंने कहा था कि वे जनहित में कडे फैसले लेने से नहीं हिचकेंगे। ताजा गाइडलाइन के मुताबिक सचिवालय अब 33 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ दोपहर दो बजे तक काम करेगा। संयुक्त सचिव स्तर से ऊपर के सभी अधिकारी अपने विभागीय कार्यालय में आएंगे। बैठक में चक्रवात यास के झारखंड में पड़ने वाले संभावित असर और उससे निपटने को तैयारियों को लेकर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। लाॅकडाउन की नइ गाइडलाइन के मुताबिक ई-पास की अनिवार्यता जारी रहेगी। हालांकि, सरकारी कर्मचारियों, मीडिया से जुडे लोगों तथा बड़ी कंपनियों अथवा फैक्ट्रियों में काम करनेवालों का ड्यूटी पास मान्य होगा। इन्हें ई-पास की अनिवार्यता से छूट दी गई है।

झारखंड में कल से चक्रवातीय तूफान का दिख सकता असर

मुख्यमंत्री को आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव डॉ अमिताभ कौशल ने तूफान यास का झारखंड में पड़नेवाले असर, बचाव तथा राहत को लेकर की गई तैयारियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने जो पूर्वानुमान जारी किया है उसके मुताबिक यह तूफान कल ओड़िशा के तटीय इलाके से टकराएगा। इसका असर झारखंड में भी देखने को मिल सकता है। तूफान से पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, गुमला, खूंटी और सिमडेगा के ज्यादा प्रभावित होने की संभावना है। इन इलाकों में 90 किलोमीटर अथवा उससे ज्यादा रफ्तार से हवा चलने और कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की आशंका है। यहां तूफान यास का असर 26-27 मई को ज्यादा पड़ेगा, जबकि 28 को इसके धीमा होने की उम्मीद है।

तूफान से बचाव और राहत को लेकर तैयारियां पूरी

मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत चक्रवातीय तूफान से बचाव और राहत को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयारियां पूर कर ली है। इसके तहत अस्पतालों में बिजली और ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित नहीं हो, इसके लिए पुख्ता व्यवस्था की गई है। वहीं, पेड़, खंभे और पोल आदि के गिरने से सड़कों पर आवागमन बाधित नहीं हो, इस बाबत सभी जिलों के उपायुक्त को गिरने वाले पेड़ों को हटाने के लिए पूरी व्यवस्था करने को कहा गया है। भारी बारिश के कारण कच्चे घरों को नुकसान पहुंचने की काफी आशंका है। ऐसे में लोगों को रखने के लिए शिविर की व्यवस्था की गई है। भारी बारिश से स्वर्णरेखा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति भी पैदा हो सकती है। ऐसे में अधिकारियों को इन इलाकों की लगातार निगरानी करने को कहा गया है। वहीं तेज, हवा और बारिश से बिजली आपूर्ति बाधित हो सकती है। इस बाबत ऊर्जा विभाग को भी अलर्ट कर दिया गया है। तूफान से होनेवाले नुकसान और लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अन्य सभी तैयारियां भी पूरी कर ली गई है।

ये रहे बैठक में उपस्थित

 बैठक में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आय़ुक्त -सह -अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य विभाग  अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह, सचिव विनय कुमार चौबे, सचिव अमिताभ कौशल और सचिव अबुबकर सिद्दीकी मौजूद थे।

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