Lime Powder, Chuna Benefis: शुक्राणु व अंडाशय को भी मजबूत बनाता है चूना, इसमें सत्तर बीमारी को ठीक करने का गुण;यह रही पूरी जानकारी

Lime Powder Chuna Benefis जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बताती हैं कि आप पान में जो चूना खाते हैं वह पुरुष के शुक्राणु से लेकर महिलाओं के अंडाशय तक को मजबूत बनाता है। इसमें सत्तर बीमारी ठीक कर देने की ताकत है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 04:19 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 04:19 PM (IST)
Lime Powder, Chuna Benefis: शुक्राणु व अंडाशय को भी मजबूत बनाता है चूना, इसमें सत्तर बीमारी को ठीक करने का गुण;यह रही पूरी जानकारी
आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय से जानें चूना खाने के फायदे।

जमशेदपुर, जासं। आप पान में जो चूना खाते है, वह पुरुष के शुक्राणु से लेकर महिलाओं के अंडाशय तक को मजबूत बनाता है। इसमें सत्तर बीमारी ठीक कर देने की ताकत है। जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय बताती हैं कि चूना अमृत है। चूने का एक टुकडा छोटे से मिट्टी के बर्तन मे डालकर पानी से भर दें। चूना गलकर नीचे और पानी ऊपर होगा। वही एक चम्मच पानी किसी भी खाने की वस्तु के साथ लेना है। दूध छोड़ कर किसी के भी साथ ले सकते हैं! 50 वर्ष की उम्र के बाद कोई कैल्शियम की दवा शरीर मे जल्दी नहीं घुलती, लेकिन चूना तुरंत घुल व पच जाता है।

 जैसे किसी को पीलिया या ने जॉन्डिस हो जाए, तो उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना। गेहूं के दाने के बराबर चूना गन्ने के रस में मिलाकर पिलाने से बहुत जल्दी पीलिया ठीक कर देता है। यही चूना नपुंसकता की सबसे अच्छी दवा है। अगर किसी का शुक्राणु नहीं बनता है तो उसको अगर गन्ने के रस के साथ चूना पिलाया जाए तो साल डेढ़ साल में भरपूर शुक्राणु बनने लगेंगे और जिन माताओं के शरीर में अंडे नहीं बनते, उनकी बहुत अच्छी दवा है ये चूना। विद्यार्थियों के लिए चूना बहुत अच्छा है। यह लंबाई बढाता है।  गेहूं के दाने के बराबर चूना रोज दही में मिलाकर खाना चाहिए, दही नहीं है तो दाल में मिलाकर खाएं। दाल नहीं है तो पानी में मिलाकर पीएं। इससे लम्बाई बढ़ने के साथ स्मरण शक्ति भी बढ़ती है। जिन बच्चों की बुद्धि कम काम

करती है। मतिमंद बच्चों के लिए सबसे अच्छी दवा है चूना।जो बच्चे बुद्धि से कम है, दिमाग देर में काम करते है, देर में सोचते है हर चीज उनकी स्लो है उन सभी बच्चे को चूना खिलाने से अच्छे हो जाएंगे।  माताओं- बहनों को अपने मासिक धर्म के समय

अगर कुछ भी तकलीफ होती हो तो उसकी सबसे अच्छी दवा है चूना। हमारे घर में जो माताएं हैं, जिनकी उम्र 50 वर्ष हो गई और उनका मासिक धर्म बंद है, उनकी सबसे अच्छी दवा है चूना।

गर्भवती के लिए बहुत उपयोगी

गर्भवती महिलाओं के लिए चूना बहुत उपयोगी है। गेहूं के दाने के बराबर चूना हर दिन दाल में, लस्सी में, नही तो पानी में घोल के पीना। जब कोई मां गर्भावस्था में है तो चूना रोज खाना चाहिए, क्योंकि गर्भवती मां को सबसे ज्यादा केल्शियम की जरुरत होती है। चूना केल्शियम का सबसे बड़ा भंडार है। गर्भवती मां को अनार के रस में मिलाकर चूना खिलाना चाहिए।

अनार का रस एक कप और चूना गेहूं के दाने के बराबर मिलाकर रोज पिलाइए। नौ महीने तक लगातार दीजिए, तो चार फायदे होंगे।

पहला फायदा

मां को बच्चे के जन्म के समय कोई

तकलीफ नही होगी और नॉर्मल डिलिवरी होगी।

दूसरा फायदा

बच्चा जो पैदा होगा वो बहुत हृष्ट पुष्ट

और तंदुरुस्त होगा।

तीसरा फ़ायदा

बच्चा जिंदगी में जल्दी बीमार नहीं पड़ता, जिसकी मां ने गर्भावस्था में चूना खाया हो।

चौथा फायदा

बच्चा बहुत होशियार होता है। बहुत बुद्धिमान होता है। उसका आइक्यू बहुत अच्छा होता है।

नहीं कराना पड़ेगा घुटना प्रत्यारोपण

चूना घुटने का दर्द ठीक करता है। कमर का दर्द ठीक करता है। कंधे का दर्द ठीक करता है। इसके नियमित सेवन से घुटना प्रत्यारोपण कराने की नौबत ही नहीं आएगी। घुटने में घिसाव आ गया और डॉक्टर कहे के घुटना बदल दो तो भी जरुरत नहीं। चूना खाते रहिए और हरसिंगार के पत्ते का काढ़ा पीजिए, घुटना बहुत अच्छे से काम करने लगेगा।  स्पांडलाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी भी चूने से ठीक होती है। कई बार हमारे रीढ़ की हड्डी में जो मनके होते है, उसमें दूरी बढ़ जाती है। गैप आ जाता है, चूना इसे ठीक करता है। रीढ़ की हड्डी की सब बीमारी चूने से ठीक होती है। अगर आपकी हड्डी टूट जाए तो टूटी हुई हड्डी को जोड़ने की ताकत सबसे ज्यादा चूने में है। चूना खाइए सुबह को खाली पेट।  मुंह में ठंडा गरम पानी लगता है तो चूना खाएं, बिलकुल ठीक हो जाता है।  मुंह में अगर छाले हो गए हैं तो चूने का पानी पीएं, तुरंत ठीक हो जाता है।

खून की कमी हो तो

शरीर में जब खून कम हो जाए तो चूना जरुर लेना चाहिए। एनीमिया या खून की कमी हो तो उसकी सबसे अच्छी दवा है ये चूना। चूना पीते रहें। गन्ने के रस में या संतरे के रस में, नही तो सबसे अच्छा है अनार के रस में। अनार के रस में चूना पीएं। खून बहुत बढ़ता है। बहुत जल्दी खून बनता है। एक कप अनार का रस गेहूं के दाने के बराबर चूना सुबह खाली पेट लें।

पथरी के रोगी नहीं खाएं चूना

एक बात का खास ख्याल रखें चूना बच्चा से लेकर बूढ़ा तक महिला से लेकर पुरुष तक हर कोई ले सकता है, लेकिन पथरी वाले रोगी नहीं ले सकते हैं। जिन्हें कभी पथरी रही हो या है। आप पथरी का ऑपरेशन करा चुके हों, तब भी आप नहीं ले सकते। इस बात का खास ख्याल रखते हुए ही चूना यूज़ करें।

 जमशेदपुर की आयुर्वेद व प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ सीमा पांडेय।

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