सस्ती बाइक लेने में फंसे युवकों से लाखों की ठगी

पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण प्रखंडों के कई युवक सस्ती मोटरसाइकिल लेने के चक्कर में फंस कर लाखों गंवा बैठे। पीड़ित युवकों ने पोटका प्रखंड के सोहदा गांव निवासी जब्बर सिंह पर मोटरसाइकिल दिलाने के नाम पर करीब 20 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है..

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 09:30 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 09:30 AM (IST)
सस्ती बाइक लेने में फंसे युवकों से लाखों की ठगी
सस्ती बाइक लेने में फंसे युवकों से लाखों की ठगी

संसू, धालभूमगढ़ : पूर्वी सिंहभूम जिले के ग्रामीण प्रखंडों के कई युवक सस्ती मोटरसाइकिल लेने के चक्कर में फंस कर लाखों गंवा बैठे। पीड़ित युवकों ने पोटका प्रखंड के सोहदा गांव निवासी जब्बर सिंह पर मोटरसाइकिल दिलाने के नाम पर करीब 20 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया है। इस मामले में भुक्तभोगी युवकों ने विधायक रामदास सोरेन के नाम एक आवेदन झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन चंद्र हांसदा को सौंपा। जिसमें कहा कि सोहदा कालिकापुर निवासी जब्बर सिंह ने कई युवकों से 54-54 हजार रुपये में मोटरसाइकिल दिलाने के नाम पर नकद राशि ली। इसके बाद उन्हें मोटरसाइकिल भी दी लेकिन कुछ महीनों बाद अचानक युवकों के पास इंडो साइन बैंक साकची के नाम से नोटिस आया। जिसमें इन्हें मोटरसाइकिल की किस्त का भुगतान करने को कहा गया। बाद में पता चला कि जब्बर सिंह ने 20 हजार डाउन पेमेंट कर मोटरसाइकिल फाइनेंस कराई थी बाकी की राशि लेकर वह गायब हो गया है। इस मामले को लेकर भुक्तभोगी युवक उसके घर पहुंचे तो पहले तो वह आज-कल करता रहा लेकिन बाद में घर में नहीं मिलता था। इस बीच बैंक द्वारा भोगला हेंब्रम की बाइक को बैंक ने जब्त कर लिया गया है। युवकों ने रामदास सोरेन से गुहार लगाई है कि इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए। मौके पर झामुमो प्रखंड सचिव बैद्यनाथ सोरेन, युवा मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष सुबोध मुर्मू भी उपस्थित थे। आवेदन में 28 युवकों के के हस्ताक्षर हैं। आइटीआइ के छात्रों ने बनाई बैटरी वाली साइकिल : आदिवासी कल्याण समिति द्वारा संचालित स्वामी विवेकानंद आइटीआइ के छात्रों ने बैटरी संचालित साइकिल बनाई है। शनिवार को आइटीआइ कालेज परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी देवलाल उरांव ने साइकिल देखने के बाद छात्रों के हुनर की प्रशंसा की। छात्रों ने बीडीओ को बताया गया कि एक अश्वशक्ति की मोटर लगाई है। जिसे 48 वोल्ट की 4 बैटरी को श्रृंखला में जोड़कर चलाया जाता है। एक बार बैटरी चार्ज होने के बाद 40 किमी प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार के साथ 40 किलोमीटर तक साइकिल आराम से चल सकती है। दो सवारी रहने पर 35 किलोमीटर तक साइकिल के चलने की संभावना है। बैटरी संचालित साइकिल को बनाने में मैकेनिकल विशेषज्ञ संजीत राउत एवं इलेक्ट्रिकल के मनोज कुमार बेरा के साथ कालेज के छात्र शेख आदिल, पंचानन राणा, पुलक महतो एवं मनोरंजन पांडा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस मौके पर बच्चों के बीच क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसके विजेताओं को बीडीओ ने पुरस्कृत किया।

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