कुणाल सारंगी ने कहा- अंशुमन भवः जमशेदपुर के युवा लेखक अंशुमन भगत को मिल रही जबर्दस्त प्रसिद्धि
अंशुमन के विचारों से अब तक कई युवा प्रेरित हो चुके हैं। कई युवा लेखन के क्षेत्र में भी कदम आगे बढ़ा चुके हैं। जमशेदपुर के युवाओं में लेखन के प्रति बढते रुझान को देखा जा रहा है इसमें किसी न किसी रूप से अंशुमन का सहयोग रहा है।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। अंशुमन भवः। जी हां, कुछ यही आशीष दिया कुणाल सारंगी ने। कुणाल को झारखंड का पहला युवा विधायक होने का गौरव हासिल है। राजनीति उन्हें विरासत में मिली। उनके पिता डाॅक्टर दिनेश सारंगी झारखंड के पहले स्वास्थ्य मंत्री बने। डाॅक्टर दिनेश के पिता भी राजनीति की बडी हस्ती थे।
जमशेदपुर शहर के युवा लेखक अंशुमन भगत की पुस्तक और लेखन कौशल के लिए पूर्व विधायक और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने प्रशंसा की। इससे पहले भी अंशुमन भगत के लेखन के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास के द्वारा सराहना मिल चुकी है। विदेशों में भी खासकर युवा अंशुमन की किताब को पढ़ कर सकारात्मक ऊर्जा के साथ अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
कई युवा प्रेरित हो चुके
अंशुमन के विचारों से अब तक कई युवा प्रेरित हो चुके हैं। अब तक कई युवा प्रेरित होकर लेखन के क्षेत्र में भी अपना कदम आगे बढ़ा चुके हैं। जिस प्रकार जमशेदपुर के युवाओं में लेखन के प्रति बढते रुझान को देखा जा रहा है इसमें किसी न किसी रूप से अंशुमन का सहयोग रहा है। आमतौर पर आज - कल सिर्फ लोग केवल एक- दूसरे को हमदर्दी या यू कहे तो सिर्फ बोलने भर के लिए होते है किंतु वास्तविक जीवन में लोग सिर्फ खुद के बारे में ही सोचते हैं। ऐसे में यदि शहर के युवाओं को लेखन के क्षेत्र में अंशुमन का सहयोग मिल रहा है तो यह कबीले तारीफ है।