Kisan Credit Card: झारखंड के 12 लाख 55 हजार किसानों का नहीं बना किसान क्रेडिट कार्ड, देरी मत करें
Jharkhand News. झारखंड प्रदेश में कुल 25 लाख 56 हजार 930 किसान हैं जिनमें 13 लाख 1075 किसान का ही किसान क्रेडिट कार्ड बना है जबकि 12 लाख 55 हजार 755 किसान अब भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं। तो जल्दी करें।
मनोज सिंह, जमशेदपुर। झारखंड के 12 लाख 55 हजार 755 किसानों का अब तक क्रेडिट कार्ड नहीं बनने को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लिया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री के सचिव द्वारा कृषि निदेशक को आदेश दिया था कि वैसे सभी किसान जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक हैं, उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड से अच्छादित करना है।
मुख्यमंत्री का आदेश मिलते ही कृषि निदेशक ने सभी जिला कृषि पदाधिकारी को पत्र लिखकर 31 जुलाई 2021 तक सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से अच्छादित करने का निर्देश दिया है। जानकारी हो कि झारखंड प्रदेश में कुल 25 लाख 56 हजार 930 किसान हैं, जिसमें 13 लाख 1075 किसान का ही किसान क्रेडिट कार्ड बना है, जबकि 12 लाख 55 हजार 755 किसान अब भी किसान क्रेडिट कार्ड से वंचित हैं।
प्रदेश के आधा दर्जन जिलों की स्थिति खराब
झारखंड के आधा दर्जन ऐसे जिले हैं जहां एक लाख से अधिक किसानों का किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना है। ऐसे जिले हैं चतरा, देवघर, हजारीबाग, गढ़वा, पलामू जहां एक-एक लाख से अधिक किसानों का कार्ड नहीं बना है। किसान क्रेडिट कार्ड बनने के बाद उसे प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से जोड़ दिया जाएगा। पूर्वी सिंहभूम जिले में एक लाख आठ हजार 285 किसान में से 70 हजार 939 किसान के पास किसान क्रेडिट कार्ड है, जबकि 37 हजार 346 लोगों का अब तक किसान क्रेडिट कार्ड नहीं बना है।
झारखंड के विभिन्न जिलों में केसीसी की स्थिति
जिला : किसान : केसीसी बना : केसीसी नहीं बना
लक्ष्य प्राप्त करने के लिए जनसेवक से लेकर कृषक मित्र को जिम्मेवारी
पूर्वी सिंहभूम के जिला कृषि पदाधिकारी ने मिथिलेश कालिंदी ने बताया कि 31 जुलाई 2021 तक किसान क्रेडिट कार्ड का लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करने के लिए सभी जनसेवक, कृषक मित्र, एटीएम (असिस्टेंट टेक्नोलाजी मैनेजर) बीटीएम (ब्लाक टेक्नोलॉजी मैनेजर) को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का लक्ष्य दे दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी मिथलेश कालिंदी कहते हैं कि सभी को स्पष्ट आदेश दे दिया गया कि हर हाल में 31 जुलाई तक सभी बचे हुए किसानों का क्रेडिट कार्ड बन जाना चाहिए, ताकि उसे पीएम किसान सम्मान निधि से जोड़ा जा सके।