Kisan Andolan : किसान आंदोलन एकता मंच ने कृषि कानूनों के खिलाफ किया जमशेदपुर में प्रदर्शन

Kisan Andolan. तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए किसान आंदोलन एकता मंच जमशेदपुर की ओर से साकची गोलचक्कर जमशेदपुर में विरोध प्रदर्शन किया गया। इसमें कई संगठनों की भागीदारी रही।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 05:41 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 05:41 PM (IST)
Kisan Andolan : किसान आंदोलन एकता मंच ने कृषि कानूनों के खिलाफ किया जमशेदपुर में प्रदर्शन
जमशेदपुर के साकची गोलचक्‍कर पर धरना पर बैठे विभिन्‍न संगठनों के प्रतिनिधि। जागरण

जमशेदपुर, जासं।  तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए किसान आंदोलन एकता मंच जमशेदपुर की ओर से साकची गोलचक्कर जमशेदपुर में विरोध प्रदर्शन किया गया। पूर्वी सिंहभूम जिला के विभिन्न प्रखंडों से कई किसान इस विरोध प्रदर्शन सभा में शामिल हुए।

सबसे पहले आमबगान मैदान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर विभिन्न संगठनों की ओर से माल्यार्पण किया गया। साथ ही अंबेडकर चौक में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण करने के बाद एक रैली निकाली गई जो आमबगान मैदान से साकची के विभिन्न मार्गों से होते हुए साकची गोलचक्कर में आकर एक सभा में तब्दील हो गई। सभा की अध्यक्षता किसान आंदोलन एकता मंच की संचालन समिति के सदस्य व मानगो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सरदार भगवान सिंह ने की।

जुगसलाई के झामुमो व‍िधायक भी हुए शामिल

सभी को जुगसलाई के विधायक मंगल कालिंदी ने भी संबोधित किया। उन्होंने अविलंब तीनों कृषि कानूनों को रद करने व एमएसपी की कानूनी गारंटी प्रदान करने की मांग रखी और कहा कि जब तक देशभर में किसान आंदोलन चलेगा, झारखंडवासी भी इस आंदोलन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलते रहेंगे। अन्य वक्ताओं ने कहा कि जब कोई प्राकृतिक आपदा आती है तो सबसे ज्यादा नुकसान गरीबों का ही होता है। ठीक उसी प्रकार ने आज केंद्र सरकार ने जो मानव निर्मित आपदा किसानों के लिए तैयार किया है इसका सबसे अधिक खामियाजा गरीब और पिछड़ा राज्य होने के नाते झारखंडवासी को ही भुगतना पड़ेगा। इसलिए संपूर्ण झारखंड वासी आज किसान आंदोलन के साथ हैं और अंत तक साथ रहेंगे।

इन संगठनों की रही भागीदारी

इस कार्यक्रम में ऑल इंडिया किसान सभा, ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन, शहीद स्मारक समिति, झारखंड जनतांत्रिक महासभा, जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी, साझा नागरिक मंच, एससी-एसटी व माइनॉरिटी वेलफेयर समिति, गांव कांड राज्य परिषद, विभिन्न  गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, छात्र संगठन एआईडीएसओ और एआईएसएफ, छात्र युवा संघर्ष वाहिनी, झारखंड यूनिटी फाउंडेशन, महिला संगठन एआईएमएसएस, जनवादी महिला समिति, झारखंड विकलांग मंच, मजदूर संगठन सीटू सहित दर्जन भर संगठनों ने भाग लिया।

chat bot
आपका साथी