जमशेदपुर के कस्तूरबा विद्यालयोंं का हाल 5000 छात्राओं को पढ़ाने के लिए सिर्फ 26 शिक्षक Jamshedpur News
इन स्कूलों का पहले परीक्षा परिणाम राज्य प्रमंडल व जिला के लिए सुखद अनुभूति लेकर आता था लेकिन इस बार यहां की छात्राएं टॉप-20 में भी स्थान नहीं बना पाई।
जमशेदपुर (जासं) । पूर्वी सिंहभूम के कस्तूरबा विद्यालय भी सरकारी स्कूलों की तरह उपेक्षा के शिकार होने लगे हैं। इन स्कूलों का पहले परीक्षा परिणाम राज्य, प्रमंडल व जिला के लिए सुखद अनुभूति लेकर आता था, लेकिन इस बार यहां की छात्राएं टॉप-20 में भी स्थान नहीं बना पाई। दरअसल, इन स्कूलों में स्थायी शिक्षिकाओं का अभाव है। सरकार स्थायी शिक्षिकाओं की जगह घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति कर रही है। घंटी आधारित शिक्षक आते हैं और अपने अनुसार पढ़ाकर चले जाते हैं, उन पर ज्यादा जवाबदेही भी नहीं होती है। इस कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर असर पड़ रहा है।
मैट्रिक तक पठन-पाठन के लिए एक-एक कस्तूरबा विद्यालय में पांच-पांच स्थायी शिक्षकों के पद स्वीकृत है। सभी कस्तूरबा विद्यालय प्लस टू होने के बाद भी स्वीकृत पदों की संख्या को नहीं बढ़ाया गया। पूर्वी सिंहभूम जिले में 9 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा 2 झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय संचालित है। झारखंड बालिका को मिला लिया जाये तो कुल 11 विद्यालय इस जिले में संचालित है। पुराने स्वीकृत पदों की बात की जाए तो इन विद्यालयों के कुल स्वीकृत पद के विरूद्ध मात्र 26 स्थायी शिक्षिकाएं कार्यरत हैं।
पठन-पाठन पर पड़ रहा बुरा प्रभाव
शिक्षिकाओं की कमी के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। इसका सीधा असर बोर्ड के परीक्षा परिणामों पर देखने को मिल रहा है। मैट्रिक की बात करें तो यहां की छात्राएं टॉप-20 में स्थान नहीं बना पाई, लेकिन सभी विद्यालयों का रिजल्ट 85 प्रतिशत से उपर है। वहीं इंटर साइंस की बात करें तो 40 प्रतिशत से कम छात्राएं उत्तीर्ण हुई है। कॉमर्स व आटर्स की बात करें तो 90 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण होने में कामयाब हुई है, लेकिन जिला स्तर की सूची में भी वे अपना नाम दर्ज नहीं करा पाई। इंटर साइंस की पढ़ाई जमशेदपुर कस्तूरबा व कॉमर्स की पढ़ाई घाटशिला कस्तूरबा में होती है। अन्य कस्तूरबा में आट््र्स की पढ़ाई होती है। सभी विद्यालयों में लगभग 5,000 छात्राएं अध्ययनरत हैं।
किस कस्तूरबा में कितने कार्यरत शिक्षक
डुमरिया : 03
धालभूमगढ़ : 02
चाकुलिया : 03
घाटशिला : 02
बहरागोड़ा : 03
मुसाबनी : 04
जमशेदपुर : 02
पोटका : 05
पटमदा : 02
बोड़ाम : 00
गुड़ाबांधा : 00