कामदेव ने बनाई बैटरी वाली बाइक, 60 किमी तक दो सवारी ले जाने में सक्षम

छोटानागपुर कालेज से मात्र इंटर की पढ़ाई करने वाला कामदेव पान ने खुद की बैटरी वाली बाइक तैयार की है। यह बैटरी डिस्चार्ज होने पर पैडल से चलेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 09:59 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 09:59 PM (IST)
कामदेव ने बनाई बैटरी वाली बाइक, 60 किमी तक दो सवारी ले जाने में सक्षम
कामदेव ने बनाई बैटरी वाली बाइक, 60 किमी तक दो सवारी ले जाने में सक्षम

जासं, जमशेदपुर : छोटानागपुर कालेज से मात्र इंटर की पढ़ाई करने वाला कामदेव पान ने खुद की बैटरी वाली बाइक तैयार की है। यह बैटरी डिस्चार्ज होने पर पैडल से चलेगी।

भालूबासा के रहने वाले कामदेव बताते हैं कि बचपन में जब पिता विश्वनाथ पान और मां सरला पान बाजार से उनके लिए बैटरी वाले खिलौने लाते थे, तो वे उसे खोलकर देखते थे कि बैटरी और मोटर से कोई गाड़ी कैसे चलती है? इसके बाद मैंने पहला इनोवेशन साइकिल पर किया। अपनी खुद की 12 वोल्ट की बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई। यदि पैडल मारकर थक गए तो बैटरी सवारी को मंजिल तक पहुंचा देगी। इसके बाद ही मैंने बैटरी व पैडल चलित बाइक बनाने की सोची। एक माह की मेहनत और 32 हजार रुपये में मैंने यह बाइक तैयार की है। कामदेव बताते हैं कि चेसिस उन्होंने बाजार से खरीदा। इसके अलावे आगे-पीछे का चक्का, शाकर उसने बाजार से खरीदा। इसलिए इस बाइक की कीमत ज्यादा हो गई। यदि ये सब सामान पुराने मिलते तो उसकी बाइक की कीमत काफी कम हो जाती। कामदेव ने अपनी इस बाइक का नाम गो-गो बाइक रखा है। इसमें इनर्वटर वाले 12 वोल्ट और आठ एम्पीयर की चार बैटरियां लगी हुई है। ये बैटरी दो से तीन घंटे में फूल चार्ज हो जाने पर एक बार दो सवारियों को 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है। इस बाइक जैसी दिखने वाली साइकिल में पैडल भी लगा है जो चेन की मदद से पिछले चक्के के साथ जुड़े हुए हैं। यदि बैटरी खत्म हो गई तो पैडल से भी इस बाइक को चलाया जा सकता है। कामदेव अपनी इस बाइक को पैटेंट कराने पर विचार कर रहे हैं।

----

खास तरह का बना रहे ड्रोन

कामदेव बताते हैं कि वे अपनी तरह का अनोखा ड्रोन बना रहे हैं। ये कैसे काम करेगा, इसे उन्होंने फिलहाल किसी से साझा करने से इन्कार कर किया है। लेकिन इतना जरूर बताया कि उनका ड्रोन आम ड्रोन की तुलना में अलग होगा। गो-गो बाइक के रूप में कामदेव का यह पाचवां इनोवेशन है। इससे पहले कामदेव ने सेंसर वाला एलइडी बल्ब बनाया है, जो कमरे से बाहर निकलते ही बंद हो जाएगा। दूसरा उसने इनवर्टर बल्ब बनाया है जो बिजली जाने के बाद स्वत: जल जाएगा और तीसरा इनोवेशन के रूप में एलईडी बल्ब बनाया है जो एक ही बल्ब में जीरो वाट, नौ वाट और 12 वाट की रोशनी देगा। कामदेव परिवार चलाने के लिए खुद भी एलईडी बल्ब बनाते हैं।

chat bot
आपका साथी