Jugsalai, Jamshedpur Murder Case: विक्रम की हत्या में गिरफ्तार टुनटुन सिंह ने किया ये दावा, कहा-समधी व बेटे का कुछ लेना-देना नहीं
Jugsalai Jamshedpur Murder Case जमशेदपुर के जुगसलाइ में वीरेंद्र विक्रम सिंह की हत्या मामले में चार दिन से फरारी के बाद गिरफ्तार मुख्य आरोपित टुनटुन सिंह ने पुलिस उस परिस्थिति के बारे में विस्तार से बताया है जिसमें उसके लाइसेंसी पिस्तौल से गोली चली।
जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर के जुगसलाइ में वीरेंद्र विक्रम सिंह की हत्या मामले में चार दिन से फरारी के बाद गिरफ्तार मुख्य आरोपित टुनटुन सिंह ने पुलिस को बताया कि जुगसलाई कैलाश टावर निवासी अमर प्रताप सिंह के पास उनका पांच लाख रुपये बकाया था। कई दिनों से रुपये वापस कर दिए जाने का दिलासा दिया जा रहा था। घटना के दिन उनके होटल एबी पैलेस में अमर प्रताप सिंह और ऋषभ के साथ आए। उस समय वे अपने समधी राजकुमार सिंह उर्फ राजू के साथ होटल में बैठे थे। वहां और कोई नहीं था।
रुपये वापसी को लेकर बातचीत होने लगी। अचानक अमर प्रताप सिंह और उसके साथ आए युवक हाथापाई और गाली-गलौज करने लगे और भी चार-पांच लोगों को बुला लिया गया। सभी उससे उलझने लगे। उनका गला दबाने का प्रयास किया गया। बीच-बचाव का प्रयास किया, लेकिन होटल में घुसने वाले नहीं माने। अपने बचाव को लाइसेंसी पिस्तौल निकाली। पिस्तौल छीना-झपटी करने लगे। पिस्तौल का कॉर्क था। गोली चली गई। किसी को टारगेट कर गोली नहीं चलाई। एक ही गोली चली। विक्रम को तो वे जानते भी नहीं है। गला दबाने से हुए जख्म को भी आरोपित ने पूछताछ करने वाले अधिकारियों को दिखाएं। कहा जानबूझकर गोली नहीं चलाई। टुनटुन सिंह की बयान में कितनी सत्यता है ये तो पुलिस की तफ्तीश में सामने आएगी।
राजकुमार सिंह और उनके बेटे का मामला से कोई लेना-देना नहीं
टुनटुन सिंह ने बताया घटना से राजकुमार सिंह और उनके बेटे अभिशेख सिंह का मामले से कोई लेना-देना नहीं है। बेटा होटल में भी नहीं था। राजकुमार सिंह तो विक्रम वीरेंद्र सिंह को टीएमएच में दाखिल कराने ले गए थे। वहां मौत होने के बाद लाेगों ने मारपीट की। समधी किसी मामले से कोई लेना-देना नहीं है।
होटल से अपने बचाव के लिए निकले और टेल्को चले गए
जुगसलाई थाना की पुलिस को टुनटुन सिंह ने बताया लोगों की भीड़ से अपने बचाव के लिए वे कार से स्टेशन रोड होटल से निकले। टेल्को चले गए। वहां जानकारी मिली कि होटल में जिसे गोली लगी थी। उसकी मौत टीएमएच में हो गई है। वहां वे एक रिश्तेदार के यहां कुछ समय रुके। इसके बाद एमजीएम थाना क्षेत्र में एक परिचित के घर के गैराज में रहे। छुपते रहे।