JPSC PT Examination: जेपीएससी परीक्षा के पूर्वी सिंहभूम जिले में बनेंगे 101 केंद्र, 43,250 परीक्षार्थी होंगे शामिल

JPSC PT Examination झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा (जेपीएससी) की प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 19 सितंबर को होगी जिसके तहत पूर्वी सिंहभूम जिले में 101 केंद्र बनेंगे। इसमें 43250 परीक्षार्थी शामिल होंगे लिहाजा शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन आवश्यक तैयारी में जुट गया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 06:02 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 06:02 PM (IST)
JPSC PT Examination: जेपीएससी परीक्षा के पूर्वी सिंहभूम जिले में बनेंगे 101 केंद्र, 43,250 परीक्षार्थी होंगे शामिल
पाठ्य-पुस्तक व परीक्षार्थी का बैग भी कक्ष से बाहर रखा जाए।

जमशेदपुर : झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा (जेपीएससी) की प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 19 सितंबर को होगी, जिसके तहत पूर्वी सिंहभूम जिले में 101 केंद्र बनेंगे। इसमें 43,250 परीक्षार्थी शामिल होंगे, लिहाजा शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन आवश्यक तैयारी में जुट गया है। इसी कड़ी में समाहरणालय सभागार में सभी दंडाधिकारियों के लिए एकदिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला हुई, जिसमें उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सूरज कुमार ने परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण उत्पन्न परिस्थिति को देखते हुए सभी सेंटर पर कोविड प्रोटोकॉल का अक्षरश: अनुपालन करते हुए परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षार्थियों के बैठने की व्यवस्था, सेंटर तक प्रश्नपत्र समय पर पहुंचाने, दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए ग्राउंड फ्लोर में बैठने की व्यवस्था, प्रवेशद्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग करने, चार स्थानों पर सीटिंग अरेंजमेंट का चार्ट चिपकाने तथा परीक्षार्थियों के लिए पंखा, पेयजल, शौचालय, साफ सफाई की व्यवस्था, महिला-पुरुष शौचालय की अलग अलग व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। जेपीएससी की प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा दो पाली में होगी, जिसमें पहली पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक तथा दूसरी पाली दोपहर बाद दो बजे से दोपहर चार बजे तक होगी। उपायुक्त ने दंडाधिकारियों को पारदर्शी तरीके से परीक्षा संपन्न कराने के लिए जो दिशा-निर्देश दिए, उसमें कहा कि ध्यान रहे जिस कक्ष में प्रश्नपत्र खोले या रखे जाएंगे, वहां फोटो कॉपी मशीन, फैक्स या स्कैनर मशीन नहीं हो। परीक्षार्थियों के पास मोबाइल फोन नहीं हो। पाठ्य-पुस्तक व परीक्षार्थी का बैग भी कक्ष से बाहर रखा जाए।

इन बिंदुओं पर दंडाधिकारी रखेंगे ध्यान

उपायुक्त ने दंडाधिकारियों को बताया कि परीक्षा वास्तविक अभ्यर्थी ही परीक्षा दे रहा है, इस बात का ध्यान रखना है। परीक्षार्थी नकल या कदाचार की कोशिश कर रहा है कि नहीं। परीक्षार्थी के पास या उसके आसपास कोई प्रतिबंधित सामग्री नहीं हो। यदि कोई अभ्यर्थी नकल करता हुआ या नकल करने का प्रयास करता हुआ पाया जाए या उसके पास नकल में काम आने वाली सामग्री पाई जाए तो उसके विरुद्ध निर्धारित प्रपत्र पर आवश्यक रूप से कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त यदि किसी अभ्यर्थी के स्थान पर कोई अन्य अभ्यर्थी परीक्षा देने या परीक्षा देने का प्रयास करता पाया जाए, तो उसके विरुद्ध भी पुलिस कार्रवाई करते हुए कृत कार्रवाई रिपोर्ट आयोग को प्रेषित की जाए।कार्यशाला में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर नंदकिशोर लाल, जिला शिक्षा पदाधिकारी एसडी तिग्गा, डीसीएलआर रवींद्र गागरई, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार, डुमरिया सीओ रामनरेश सोनी, मानगो सीओ हरीशचंद्र मुंडा, मानगो नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी दीपक सहाय, जुगसलाई नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगदीश यादव तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

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