2012 के समझौता के अनुरूप आगे की कार्रवाई करे जॉय कंपनी

तेरंगा पंचायत भवन केंदाडीह में शनिवार को केंदाडीह माइंस कोर कमेटी के अध्यक्ष दुलारी सोरेन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कोर कमेटी के पदाधिकारी गण सदस्य ग्राम प्रधान वार्ड सदस्य एवं कार्यरत मजदूर गन के साथ-साथ एचसीएल के पदाधिकारी गण एवं जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड के पदाधिकारी मौजूद थे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 08:00 AM (IST)
2012 के समझौता के अनुरूप आगे की कार्रवाई करे जॉय कंपनी
2012 के समझौता के अनुरूप आगे की कार्रवाई करे जॉय कंपनी

संसू, मुसाबनी : तेरंगा पंचायत भवन केंदाडीह में शनिवार को केंदाडीह माइंस कोर कमेटी के अध्यक्ष दुलारी सोरेन की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कोर कमेटी के पदाधिकारी गण, सदस्य, ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्य एवं कार्यरत मजदूर गन के साथ-साथ एचसीएल के पदाधिकारी गण एवं जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड के पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में आगामी 26 सितंबर के बाद जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा केंदाडीह माइंस में काम शुरू करने के संबंध में विचार विमर्श किया गया। बैठक में केंदाडीह माइंस कोर कमेटी के द्वारा एचसीएल प्रबंधन एवं जॉय प्राइवेट लिमिटेड के समक्ष 25 सूत्री मांगे रखी गई है। कोर कमेटी द्वारा मांग की गई है कि प्रबंधन के साथ 2012 के समझौते के अनुरूप कोर कमेटी के साथ सामंजस्य बनाकर केंदाडीह माइंस में आगे की कार्रवाई जॉय कंपनी द्वारा की जाए। प्रबंधन एवं कोर कमेटी के वार्ता में पूर्णता पारदर्शिता की मांग की गई है। सूचना का आदान प्रदान सुचारू रूप से लिखित रूप में होगा। प्रबंधन के साथ हुई वार्ता का लिखित एग्रीमेंट त्रिपक्षीय होगा। माइंस में किसी प्रकार का नियोजन पूर्व की तरह कोर कमेटी के माध्यम से ही होगा। पंचायत के शिक्षित और अशिक्षित बेरोजगार को नौकरी देना होगा। किसी भी राजनीतिक दलों को यहां अहमियत नहीं दी जाएगी। विस्थापितों को नौकरी एवं उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। बाहरी मजदूरों का बहाली नहीं करना होगा। माइंस में कार्यरत मजदूरों को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित वेतनमान एवं अन्य सुविधा प्रदान करना जैसे एचसीएल, आइसीसी अपने मजदूरों व कर्मचारियों को देता है। कंपनी को मेडिकल, इंश्योरेंस, पीएफ, ईएसआइ आदि सुविधा कर्मचारियों के लिए सुनिश्चित करना होगा। एचसीएल, आइसीसी मऊभंडार के नियमानुसार काम होना चाहिए। प्रदूषण नियंत्रण का आवश्यक व्यवस्था करना होगा। मजदूरों का परिचय पत्र निर्गत करना होगा, जिसमें पदनाम उल्लेख रहेगा। कार्यरत पदनाम के अनुरूप मजदूरी का भुगतान करना होगा। मजदूरों को ओवरटाइम और अवकाश के दिन कार्य करने पर डबल मजदूरी का भुगतान करना होगा। नेशनल अवकाश के दिन कार्य करने पर एच सी एल, आई सी सी के अनुसार मजदूरी का भुगतान करना होगा। मजदूरों को कैंटीन की सुविधा प्रदान करनी होगी या उचित अलाउंस देना होगा। माइंस में 24 घंटा तीनों शिफ्ट में ऑक्सीजन युक्त एंबुलेंस एवं फ‌र्स्ट एड की व्यवस्था करना अनिवार्य है। प्रबंधन को अगर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त कार्य करना पड़े जैसा कोई निर्माण, रखरखाव आदि तो यह काम कोर कमेटी के द्वारा करवाया जाए। कंपनी के द्वारा पंचायत के लोगों के लिए जनकल्याणकारी, सामाजिक कार्य पानी आदि उपलब्ध कराना होगा। माइंस में एचआर से संबंधित कोई भी समस्या होने पर कोर कमेटी के माध्यम से समाधान करना होगा। कोर कमेटी का एचसीएल, आइसीसी या जेएमएस प्राइवेट लिमिटेड से पत्राचार अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष के संयुक्त हस्ताक्षर के द्वारा होगा। मजदूरों को कैजुअल लीव, मेडिकल लीव और बोनस देना होगा। मजदूरों के आश्रितों को मेडिकल तथा एजुकेशनल लाभ मुहैया कराना होगा। बैठक में अध्यक्ष दुलारी सोरेन, सचिव गुरुजन रजवार, कोषाध्यक्ष गोपाल सोरेन सहित कोर कमेटी के कई सदस्य उपस्थित थे।

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