Jharkhand Lathicharge : झारखंड में युवाओं को नौकरी के बदले मिली लाठी, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने बताया शर्मनाक
Jharkhand Lathicharge सातवीं जेपीएससी में एक ही कमरे में बैठे एक ही क्रमांक के कई छात्र छात्राओं के चयन होने के बाद परीक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। इसी क्रम में प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज की निकट भविष्य में बड़े आक्रोश के रूप में तब्दील होगा।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड सरकार ने 2021 को नियुक्ति वर्ष घोषित किया है, लेकिन मंगलवार को रांची में सातवीं जेपीएससी (JPSC) के आंदोलनरत छात्र-छात्राओं पर झारखंड पुलिस ने लाठी बरसाई। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने इसे शर्मनाक बताया है। बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने इसे तानाशाही बताया। कहा कि सरकार अपनी अकर्मण्यताओं को छिपाने के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन को कुचलने का प्रयास कर रही है। इससे सीधे तौर पर राज्य सरकार की ओछी मानसिकता दिखाई देती है।
घाटशिला स्थित जिला भाजपा कार्यालय में मीडिया को संबोधित करने के क्रम में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि लगातार कई वर्षों से जेपीएससी की कार्यसंस्कृति से असंतुष्ट अभ्यर्थी अपनी बात रखने के लिए आयोग के कार्यालय जा रहे थे। इसी बीच राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस ने उनपर डंडे बरसाए।
हाईकोर्ट ने मेरिट लिस्ट रद किया
कुणाल ने कहा कि छठी जेपीएससी पर भी झारखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए मेरिट लिस्ट को रद किया था। राज्य सरकार ने कोर्ट के निर्देश के बावजूद एक महीने के अंदर नोटिस का जवाब नहीं दिया। सातवीं जेपीएससी में एक ही कमरे में बैठे एक ही क्रमांक के कई छात्र छात्राओं के चयन होने के बाद अभी से ही परीक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। इसी क्रम में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर क्रूरतापूर्ण लाठीचार्ज की घटित वारदात निकट भविष्य में बड़े आक्रोश के रूप में तब्दील होगा। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ऐसी कार्रवाई की तीव्र निंदा करती है और मुख्यमंत्री से आग्रह करती है कि वे स्वयं इस मामले को देखें और नियुक्ति वर्ष में "नौकरी के बदले लाठी" पर झारखंड सरकार का स्टैंड स्पष्ट करें। संवाददाता सम्मेलन में पूर्व विधायक लक्ष्मण टूडू, पूर्व जिलाध्यक्ष चंडीचरण साव, जिला अध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, भाजयुमो जिलाध्यक्ष रंगलाल महतो व मंडल अध्यक्ष राहुल पांडेय भी मौजूद थे।