Jharkhand Omicrone ALERT : विदेश से आए लोगों का नहीं लग रहा फोन, देश के 96 लोगों ने जांच कराने से किया इंकार

Jharkhand Omicrone ALERT विदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें लेकिन इस दौरान जिला सर्विलांस विभाग को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 05:24 PM (IST)
Jharkhand Omicrone ALERT  : विदेश से आए लोगों का नहीं लग रहा फोन, देश के 96 लोगों ने जांच कराने से किया इंकार
लोग जांच कराने से इंकार कर रहे हैं वह आगे खतरनाक साबित हो सकता है।

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर देश में हाई अलर्ट जारी है। झारखंड सहित पूर्वी सिंहभूम जिले में भी इसे लेकर विशेष सावधानी बरती जा रही है। विदेश सहित देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सकें लेकिन इस दौरान जिला सर्विलांस विभाग को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अभी विदेश से आने वाले हर यात्रियों की जांच अनिवार्य कर दिया गया है। एेसे लोगों की सूची विभाग द्वारा पूर्वी सिंहभूम जिले में पहुंचता है। इसके बाद उनके मोबाइल फोन पर सपंर्क किया जाता है तो फोन या तो बंद बताता है या फिर लगता ही नहीं है।

ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों का कहना है कि विदेश से आए लोगों का इंटरनेशनल फोन नंबर होने की वजह से नहीं लगता। एेसे में उनके घर के पता पर एंबुलेंस भेज कर जांच कराई जा रही है। वहीं, कुछ लोग खुद से भी आकर जांच करा रहे हैं। इस दौरान विदेश से आए लोगों की जांच में कोई परेशानी नहीं हो रही है लेकिन देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले लोग स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज के साथ-साथ मारपीट तक करने को उतारू हो जाते हैं। इस दौरान कर्मचारी उनका नमूना नहीं लेते और वापस लौट जाते हैं। एंबुलेंस चालकों ने इसकी शिकायत जिला सर्विलांस विभाग को की है।

तेजी से फैल सकता है संक्रमण

जिस तरह से लोग जांच कराने से इंकार कर रहे हैं वह आगे खतरनाक साबित हो सकता है। अगर संक्रमण फैला तो फिर संभलने का भी मौका नहीं मिलेगा। जिला सर्विलांस विभाग का आंकड़ा देखा जाए तो (एक अप्रैल से 30 नवंबर) बीते सात माह में कुल 96 लोगों का नमूना नहीं लिया जा सका है। इसमें कई कारण शामिल हैं। मोबाइल का गलत नंबर देने से लेकर फोन स्वीच अॉफ करना, घर का पता गलत देना और अगर किसी तरह टीम पहुंच भी गई तो उनके साथ दुर्व्यवहार करना शामिल होता है। जिला सर्विलांस विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। एेसे लोगों पर सख्ती से कार्रवाई हो सकती है।

विदेश से आए लोगों से सीखना चाहिए

जिला स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि विदेश से आए लोगों का फोन नंबर भले ही नहीं लग रहा है लेकिन उनके घर जाने पर आसानी से जांच करा लेते हैं। वहीं, खुद भी आकर नमूना दे रहे हैं लेकिन देश के विभिन्न राज्यों से आए लोग न जाने क्यों दुर्व्यवहार कर रहे हैं। वैसे लोगों को विदेश से आए लोगों से सीखना चाहिए। कोरोना महामारी कितना खतरनाक हो सकता है यह किसी से छिपा नहीं हैं। एेसे में किसी भी तरह की लापरवाही महंगा पड़ सकता है।

कोरोना के रोकथाम को लेकर हमारे टीम के सभी सदस्य दिन-रात काम कर रहे हैं। एेसे में लोगों को भी सोचना चाहिए। अगर, लोग मदद नहीं करेंगे तो फिर इसे रोक पाना मुश्किल होगा। अगर एक बार संक्रमण फैला तो फिर इसे रोक पाना असंभव होगा। इसलिए सभी लोग जांच कराएं और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करें।

- डॉ. साहिर पाल, जिला सर्विलांस पदाधिकारी।

chat bot
आपका साथी