नोवामुंडी में 26 दिनों से बीडीओ की कुर्सी है खाली, योजना कार्य प्रभावित

नोवामुंडी प्रखंड कार्यालय से बीडीओ समरेश प्रसाद भंडारी का ट्रांसफर होने के बाद पिछले 26 दिनों से कुर्सी खाली पड़ी हुइ है। नये बीडीओ के आने की उम्मीद में विभिन्न तरह की विकास योजनाओं की गतिविधि पूरी तरह से बाधित है।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:55 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:55 PM (IST)
नोवामुंडी में 26 दिनों से बीडीओ की कुर्सी है खाली, योजना कार्य प्रभावित
योजनाओं में काम किए मजदूर प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने पर मजबूर हैं।

नोवामुंडी, जागरण संवाददाता। नोवामुंडी प्रखंड कार्यालय से बीडीओ समरेश प्रसाद भंडारी का ट्रांसफर होने के बाद पिछले 26 दिनों से कुर्सी खाली पड़ी हुइ है। नये बीडीओ के आने के उम्मीद में विभिन्न तरह की विकास योजनाओं की गतिविधि पूरी तरह से बाधित है। योजना कार्य से जुड़े मेट से लेकर मजदूर अपने बकाया मजदूरी लेने के लिए कभी पंचायत भवन तो कभी प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते फिर रहे हैं।

बता दें कि इसी साल एक जुलाई को तत्कालीन बीडीओ समरेश प्रसाद भंडारी का स्थानांतरण हजारीबाग जिले में हो चुका है। इनकी जगह पर नए बीडीओ जय शंखी मुर्मू का स्थानांतरण हुआ है। नए बीडीओ के नोवामुंडी प्रखंड में योगदान देने में विलंब होने के कारण सरकारी योजना कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। परंतु अब तक दोनों प्रशासनिक पदाधिकारियों का प्रभार लेनदेन नहीं हुआ है। इसी को लेकर तत्कालीन बीडीओ ने नए बीडीओ को प्रभार देकर जाने के लिए इंतजार में हैं। दूसरी और पंचायत व प्रखंड स्तर से संचालित 14 वें वित्त आयोग योजना से लेकर मनरेगा योजना, मेढबंदी योजना, नाफेड योजना, कच्ची नहर निर्माण योजना कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। पेंशन पाने की उम्मीद लगाए विधवा व वृद्ध भी बीडीओ के इंतजार में प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाते फिर रहे हैं। झामुमो मीडिया प्रभारी मनोज लागुरी ने बताया कि बीडीओ के बिना सरकारी योजना पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। इस पर पश्चिमी सिंहभूम उपायुक्त को तत्काल संज्ञान में लेना चाहिए, ताकि विकास कार्य प्रभावित न हो। बीडीओ के बिना विभिन्न योजनाओं में काम किए मजदूर प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने पर मजबूर हैं।

chat bot
आपका साथी