Jharkhand: गलत खनन नीतियों की वजह से नहीं हो सका स्थानीय लोगों का विकास : हेमंत सोरेन
Hemant Soren in Chaibasa कोरोनाकाल में पहली बार पश्चिमी सिंहभूम की धरती पर पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्रों का विकास नहीं होने के लिए पूर्व की खनन नीतियों को जिम्मेदार बताया है। कहा कि उनकी सरकार सुधार की पहल कर रही है।
जागरण संवाददाता, चाईबासा। कोरोनाकाल में पहली बार पश्चिमी सिंहभूम की धरती पर पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खनिज संपदा से भरपूर क्षेत्रों का विकास नहीं होने के लिए पूर्व की खनन नीतियों को जिम्मेदार बताया है। शुक्रवार को चाईबासा में रेलवे ओवरब्रिज और पिल्लई हाल के नये स्वरूप के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि पूर्व में बनी खनन नीतियों की वजह से स्थानीय लोगों को लाभ नहीं मिल सका। अब हम लोग नये सिरे से इसका अध्ययन कर रहे हैं ताकि खनिज से यहां के लोगों को लाभ मिले।
उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य में कहीं लोहा, कहीं कोयला तो कहीं अभ्रक समेत अन्य कई तरह की खनिज संपदा मौजूद है। ये खनिज केंद्र के लिए बहुमूल्य साबित हो रहे हैं। अब राज्य सरकार भी इसकी नयी व्यवस्था कर रही है ताकि स्थानीय लोगों को इसका लाभ मिल सके। टाटा स्टील की नोवामुंडी आयरन ओर माइंस और एसीसी कंपनी में नौकरी के लिए स्थानीय युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटते हुए कहा कि कंपनी चलेगी तभी रोजगार के अवसर पैदा होंगे। पश्चिमी सिंहभूम में एसीसी कंपनी 1945 से चल रही है। पिछली बार 2013 में जब में मुख्यमंत्री था, उस समय भी एसीसी में नौकरी को युवाओं को नियुक्ति पत्र बांटे थे। आज फिर बतौर सीएम यहां नियुक्ति पत्र बांट रहा हूं। जिले में आने वाले समय में कई उद्योग लगेंगे। स्टील प्लांट भी आ रहा है। इससे रोजगार के और अवसर पैदा होंगे।
कोविड की वजह से विकास की धीमी गति पर छलका दर्द
कोविड के कारण विकास नहीं कर पाने का दर्द मुख्यमंत्री की बातों में दिखा। कहा कि हम लोगों ने कोरोना काल में भी विकास को जारी रखने की कोशिश की। उन्होंने इस वैश्विक महामारी में सीमित संसाधनों के बावजूद झारखंड में बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन के लिए फ्रंट लाइन वर्कर्स की सराहना की। कहा कि कोरोनाकाल में मैं अपनी विधानसभा तक नहीं गया। आज पहली बार चाईबासा में सीमित लोगों के सामने हूं। ऐसा महसूस कर रहा हूं कि जैसे जेल से बाहर निकला हूं। अभी कोरोना की तीसरी लहर भी आने की संभावना है। इस वजह से कुछ दिन और संयम बरतने, शारीरिक दूरी का पालन करने की जरूरत है। इससे पहले मुख्यमंत्री अपने पूर्व निर्धारित समय सुबह 12.15 बजे से दो घंटा विलंब से चाईबासा पहुंचे थे। बारिश के बीच सीएम हेमंत सोरेन ने चाईबासा में 30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित रेलवे ओवर ब्रिज जनता को समर्पित किया। मौके पर सांसद गीता कोड़ा, मंत्री जोबा मांझी, चाईबासा विधायक दीपक बिरुवा, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव, जगन्नाथपुर विधायक सोनाराम सिंकू समेत अन्य मौजूद थे।