Jharkhand बोर्ड की 10 एवं 12 वीं की परीक्षा पर आज फैसला ले सकती हेमंत सरकार, प्रैक्टिकल स्थगित

कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए सीबीएइ 10th बोर्ड की परीक्षा नहीं लेने का फैसला लिया गया है वही 12 वीं की परीक्षा टाल दी। झारखंड के मैट्रिक एवं इंटर के परीक्षार्थियों की निगाहें भी झारखंड की हेमंत सरकार की आेर टिक गइ। ये रही ताजा जानकारी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:35 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 09:14 AM (IST)
Jharkhand बोर्ड की 10 एवं 12 वीं की परीक्षा पर आज फैसला ले सकती हेमंत सरकार, प्रैक्टिकल स्थगित
उम्मीद की जा रही है कि हेमंत सरकार जल्द ही परीक्षा के बारे में फैसला ले लेगी।

जमशेदपुर, जेएनएन। केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए सीबीएइ 10th बोर्ड की परीक्षा नहीं लेने का पफैसला लिया वही 12 वीं की परीक्षा टाल दी। इसी के साथ झारखंड के मैट्रिक एवं इंटर के परीक्षार्थियों की निगाहें भी झारखंड की हेमंत सरकार की आेर टिक गइ । झारखंड में भी कोरोना को लेकर हालात भयावह हैं। १० एवं १२ वीं  की परीक्षा पर हेमंत सरकार आज  फैसला ले लेगी। प्रायोगिक परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी गइ हैं।

दरअसल, सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा रद व स्थगित होने के बाद अन्य बोर्ड की परीक्षाएं रद या स्थगित होने की संभावना बढ़ गई हैं। जैक बोर्ड के लिए मांग उठ चुकी है। आइसीएससीई बोर्ड भी इस दिशा में अब बैठक आयोजित करेगा। झारखंड गैर सरकारी विद्यालय संघ के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद ताहिर हुसैन एवं कोल्हान अध्यक्ष डा. अफरोज शकील ने झारखंड के मुख्यमंत्री एवं प्रधान सचिव स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को पत्र लिखा है। इस पत्र में कहा गया है कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति बहुत ही भयावह हो गई है, जिसके मद्देनजर सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा को तत्काल स्थगित कर दिया है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल रांची को भी चाहिए कि इस कोरोना महामारी को देखते हुए तत्काल प्रभाव से आगामी 4 मई 2021 से आरंभ होने वाली मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा को स्थगित करें। महामारी की स्थिति ठीक होने पर ही परीक्षाएं आयोजित करें।

अभिभावक संशय में, प्राचार्यों ने कदम को सराहा

इधर, सीबीएसई द्वारा परीक्षाओं को स्थगित व रद करने के मामले में अभिभावकों में संशय की स्थिति बनी हुई है। प्रिंसिपलों ने इस कदम का स्वागत किया है। अभिभावक सर्तकता के साथ परीक्षा चाहते हैं।

ये कहते अभिभावक

समझ में नहीं आ रहा कि इधर जाएं या उधर जाएं। परीक्षाएं होनी चाहिए थी। मगर कोरोना की स्थिति ने सरकार को सोचने पर मजबूर कर दिया है। इतना ज्यादा कोरोना बढ़ जाएगा किसी ने सोचा नहीं था। वर्तमान निर्णय से सभी बच्चे प्रमोट हो जाएंगे।

- नीता सिंह, अभिभावक

सरकार के इस निर्णय से कमजोर बच्चे खुश हैं। सभी बच्चे प्रमोट हो जाएंगे। कोरोना खत्म होने वाला नहीं है। इस कारण परीक्षाएं आयोजित होनी चाहिए थी। भले ही यह परीक्षा होम सेंटर पर हो। परीक्षा से बच्चों का उत्साह बढ़ता है।

- सुशीला देवी, अभिभावक

ये कहते प्राचार्य

कोरोना की बढ़ती संख्याओं को देखते हुए सीबीएसई बोर्ड द्वारा बोर्ड परीक्षाएं स्थगित करने का लिया गया निर्णय छात्रों की सुरक्षा के लिए एक सही कदम हैं। क्योंकि शिक्षा के साथ- साथ हमारे छात्रों के स्वस्थ्य की सुरक्षा भी हमारी अहम जिम्मेवारी है।

- अवधेश सिंह, प्राचार्य, विवेक विद्यालय, गोविंदपुर।

परीक्षा की तारीख को आगे बढ़ाना मेरे ख्याल से सरकार का अच्छा कदम है। परीक्षा की तारीख बढ़ने से बच्चे और उनके अभिभावक भी टेंशन फ्री हो गए हैं। अब बच्चे इस समय का सदुपयोग करें। स्कूल भले ही कम समय के लिए चले हो लेकिन ऑनलाइन क्लास से सभी कुछ पढ़ाया गया है, उसका रिवीजन करें। किसी विषय में बच्चों को कोई संदेह रह गया है तो स्कूल खुलने पर आकर शिक्षक से पूछ सकते हैं।

डा. सुब्रोश्री सरकार, प्रिंसिपल, बॉल्डविन फार्म एरिया स्कूल, कदमा

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