जमशेदपुर में बम विस्फोट मामले में मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पाई पुलिस, दो लोगों की हो गई थी मौत

Mango bomb blast case. एक इलेक्ट्रानिक्स दुकान में हुए विस्फोट में नकुल कुंभकार विश्वनाथ कुंभकार और भुवनेश्वर कुंभकार जख्मी हो गए थे। सभी को टीएमएच में दाखिल कराया गया था। घटना के दिन ही विश्वनाथ की टाटा मुख्य अस्पताल में मौत हो गई थी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 04:39 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 06:28 PM (IST)
जमशेदपुर में बम विस्फोट मामले में मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच पाई पुलिस, दो लोगों की हो गई थी मौत
मानगो के उलीडीह डिमना बस्ती ऊपरी टोला में हुए बम विस्फोट मामले में पुलिस मौन है।

जमशेदपुर, जासं। मानगो के उलीडीह डिमना बस्ती ऊपरी टोला में हुए बम विस्फोट की घटना को पुलिस अब तक सुलझा नहीं पाई है। घटना के पीछे कौन मास्टरमाइंड और सफेदपोश था उस तक नहीं पहुंच पाई। उलीडीह थाना प्रभारी धनंजय बैठा के हटते ही मामला गौण हो गया। इस मामले में अब चर्चा भी नहीं होती।

घटना में दो युवकों की जान चली गई। इस पूरे मामले के पीछे कौन लोग हैं ये शहरवासी जानना चाहते हैंं। घटना कैसे और किस परिस्थिति में हुई किसके लिए बम बनाए जा रहे थे। कुछ भी सामने नहीं आया। केवल प्राथमिकी की कार्रवाई और जख्मी नकुल कुंभकार को जेल भेज मामले पर पर्दा डाल दिया गया। इतने गंभीर मामलों पर कोई गतिविधि पुलिस की नजर नहीं आ रही।

दो लोगों की हो गई थी मौत

विगत 19 दिसंबर को डिमना बस्ती निवासी पशुपति कुंभकार के मकान के एक इलेक्ट्रानिक्स दुकान में हुए विस्फोट में नकुल कुंभकार, विश्वनाथ कुंभकार और भुवनेश्वर कुंभकार जख्मी हो गए थे। सभी को टीएमएच में दाखिल कराया गया था। घटना के दिन ही विश्वनाथ की टाटा मुख्य अस्पताल में मौत हो गई थी। 21 दिसंबर को भुवनेश्वर ने भी दम तोड़ दिया था। उलीडीह थाना की पुलिस ने नकुल स्वास्थ्य होने पर उसे गिरफ्तार न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। उसने घटना के पीछे शिवा समेत कई का नाम बताया था, लेकिन कुछ नहींं हुआ। घटना के एक माह से अधिक हो गए। वरीय अधिकारियों से पूछे जाने पर रटा रटाया बयान जांच चल रही है।

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