टीआरएफ कर्मियों का हुआ ग्रेड रिवीजन, एकमुश्त मिलेगी 1.5 लाख तक राशि
टाटा रॉबिंस फ्रेजर (टीआरएफ) कर्मचारियों का लंबित ग्रेड रिवीजन समझौता शुक्रवार को हो गया। पुराने कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल 2015 व नए कर्मियों का ग्रेड एक दिसंबर 2015 से लंबित था। कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं रहने की वजह से समझौते में विलंब हुआ।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। टाटा रॉबिंस फ्रेजर (टीआरएफ) कर्मचारियों का लंबित ग्रेड रिवीजन समझौता शुक्रवार को हो गया। पुराने कर्मचारियों का ग्रेड एक अप्रैल 2015 व नए कर्मियों का ग्रेड एक दिसंबर 2015 से लंबित था। कंपनी की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं रहने की वजह से समझौते में विलंब हुआ। समझौते के तहत कर्मचारियों का वेतन एक अप्रैल 2015 से लागू किया गया है जो 31 दिसंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा।
इसके तहत एक अप्रैल 2015 से लंबित ग्रेड का कर्मचारियों को एक मुश्त डेढ़ लाख रुपये मिलेगा। समझौते से करीब 300 स्थायी कर्मचारी लाभान्वित होंगे। एक जून 2021 से आठ हजार रुपये का पैकेज मिलेगा। शुक्रवार को हुए समझौते पर प्रबंधन की ओर से प्रबंध निदेशक आलोक कृष्णा, सीएफओ एनएस रघु, सीएचआरओ मो. क्यू तौहीद, एजीएम अरविंद कुमार, टीआरएफ लेबर यूनियन से अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय, महामंत्री एमएच हीरामाणिक, डिप्टी प्रेसिंडेंट रास बिहारी राय, वाइस प्रेसिडेंट संजय कुमार एवं कार्यकारिणी के सदस्यों ने हस्ताक्षर किए।
एक जून 2021 से लागू समझौता एक नजर में
ओल्ड ग्रेड आइटम का नाम- वर्तमान में हर माह मिलने वाला सैलेरी-.अब कितना मिलेगा
न्यूनतम ग्रेड 6000 रुपये 9500 रुपये
एफडीए 6000 रुपये 900 रुपये
एचआरए 877 - 977 रुपये
ट्रांसपोर्ट सब्सिडी एक जून 2021 से.अभी मिल रहा है 1180 रुपये
अब मिलेगा 1330 रुपये
छह साल से घटे में चल रही है कंपनी: राकेश्वर
टीआरएफ लेबर यूनियन के अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय ने कहा है कि कंपनी पिछले छह साल से ज्यादा दिनों से घाटे में चल रही है। 600 करोड़ से ज्यादा का नुकासान कंपनी को हुआ है। इन सब के बावजूद प्रबंधन के साथ तालमेल कर बेहतर समझौता किया गया है, जो दिसंबर 25 तक प्रभावी रहेगा। यूनियन के पूर्व महामंत्री संजय झा ने कहा कि यूनियन अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय व एमडी की सराहनीय भूमिका की वजह से कोरोना काल में ही बेहतर समझौता हुआ है।