Jamshedpur News : पूरा शहर घूम लिया, कहीं नहीं मिला बेड और एंबुलेंस में ही तोड़ दिया दम

Jamshedpur News स्थिति भयावह हो चुकी है। लोग तड़प-तपड़ कर मर रहे हैं। न तो उन्हें बेड मिल पा रहा है और न डॉक्टर। शहर के सभी अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा हुआ है। एक इंच भी जगह नहीं है कि दूसरा किसी मरीज को भर्ती किया जा सके।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 05:52 PM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 06:11 PM (IST)
Jamshedpur News : पूरा शहर घूम लिया, कहीं नहीं मिला बेड और एंबुलेंस में ही तोड़ दिया दम
इलाज के अभाव में मरीजों की मौत हो जा रही है।

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर शहर की स्थिति भयावह हो चुकी है। लोग तड़प-तपड़ कर मर रहे हैं। न तो उन्हें बेड मिल पा रहा है और न डॉक्टर। शहर के सभी अस्पताल मरीजों से खचाखच भरा हुआ है। एक इंच भी जगह नहीं है कि दूसरा किसी मरीज को भर्ती किया जा सके। फर्श से लेकर बेड तक भरा पड़ा है। नतीजा हो रहा है कि इलाज के अभाव में मरीजों की मौत हो जा रही है।

शुक्रवार को भी एक मरीज पूरे शहर के अस्पतालों का चक्कर लगा लिया लेकिन उसे कहीं भी बेड नहीं मिला और अंतत: उसने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। बारीडीह बस्ती निवासी (65) नंदलाल सिंह को सांस लेने में परेशानी हुई तो परिजन सबसे पहले मर्सी अस्पताल लेकर गए। वहां बेड नहीं मिला तो टीएमएच में संपर्क किया। वहां भी बेड फुल था। इसके बाद एमजीएम अस्पताल लेकर आए तो यहां भी बेड नहीं होने की बात कहीं गई। फिर लाइफ लाइन नर्सिंग होम गए तो वहां भी बेड फुल बताया गया। अंत में फिर एमजीएम लाया गहां, जहां पर एंबुलेंस में ही मौत हो गई। इलाज के अभाव में मरीजों की लगातार मौत हो रही है, जो चिंता का विषय है। शव को एमजीएम के शवगृह में रखा गया है।

आठ माह की कोरोना पॉजिटिव गर्भवती भटक रही

एक आठ माह की कोरोना पॉजिटिव गर्भवती भटकती रही। इलाज के लिए सबसे पहले उसे एमजीएम अस्पताल लाया गया लेकिन बेड नहीं होने की वजह से टाटा मोटर्स भेज दिया गया। वहां से सिदगोड़ा क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया लेकिन यहां आने पर बंद मिला। इसके बाद गर्भवती वापस घर लौट गई।

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