Jamshedpur News: भालूबासा चौक पर बनी 18 दुकानों का आवंटन, 35 के लिए मांगा गया दस्तावेज
जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा बनायी गयी 53 दुकानों में से 18 दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया गया। जबकि बाकी बचे 35 दुकानों के लिए संबंधित दुकानदारों से आवश्यक दस्तावेज जमशेदपुर अक्षेस के कार्यालय में जमा करने को कहा गया है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। जमशेदपुर के भालूबासा चौक के पास जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति द्वारा बनायी गयी 53 दुकानों में से 18 दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया गया। जबकि बाकी बचे 35 दुकानों के लिए संबंधित दुकानदारों से आवश्यक दस्तावेज जमशेदपुर अक्षेस के कार्यालय में जमा करने को कहा गया है। दस्तावेज की जांच- पड़ताल करने के बाद शेष 35 दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
लाॅटरी के मौके पर धालभूम एसडीओ संदीप कुमार मीणा, जेएनएसी के विशेष पदाधिकारी कृष्णा कुमार और साकची थाना प्रभारी उपस्थित थे। जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि आवंटित दुकानदारों को एक सप्ताह के अंदर सभी दस्तावेज दुरूस्त कर हैंडओवर कर दिया जाएगा। वहीं एसडीओ संदीप कुमार मीणा ने बताया कि सड़क चौड़ीकरण के दौरान हटाए गए वैसे दुकानदारों को जमशेदपुर अक्षेस की ओर से भालूबासा चौक के पास बनाई गई दुकानें आवंटित करने की प्रक्रिया की गई जो काफी पहले से चल रही थी। उन्होंने कहा कि जिन-जिन दुकानदारों ने दावा किया था, उनका प्रशासन की ओर से गठित चार सदस्यीय समिति ने सत्यापन किया। सत्यापन के बाद पहले चरण में 18 लाभुकों का लॉटरी के माध्यम से चयन कर दुकानों का आवंटन कर दिया गया।
जांच के लिए बनाई गई थी चार सदस्यीय टीम
विशेष पदाधिकारी कृष्ण कुमार ने बताया कि एसडीओ संदीप कुमार मीणा की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई थी जिसने जांच कर सत्यापन किया। गुरुवार को लॉटरी के दौरान बॉक्स में नाम व दुकान का नंबर डाल दिया गया था। लॉटरी निकाल कर किन लोगों को कौन सा दुकान दिया जाना है, यह तय किया गया। उन्होंने बताया कि बाकी बची 35 दुकानों के लिए दुकानदार अपने वैध दस्तावेज के साथ जमशेदपुर अक्षेस कार्यालय में आएं और अपना दवा पेश करें।
इन 18 लोगों को मिली दुकान
- उर्मिला देवी, पति विवेक गोराई (सब्जी दुकान)
- सत्येन्द्र रजक, पिता रामदास रजक (आंटी किचन)
- नरेश मुखी, पिता शिवचरण मुखी (मुर्गा दुकान)
- जितेन्द्र रजक, पिता रामदास रजक (इस्त्री दुकान)
- राजू मुखी, पिता सुनील मुखी (मुर्गा दुकान)
- बबलू रजक, पिता ईश्वरी रजक (चाउमिन दुकान)
- काजल, पिता बसंत मुखी (मनिहारी दुकान)
- ईश्वरी रजक, पिता पलटन रजक (भुंजा दुकान)
- जोटिया मुखी पिता बसंत मुखी (पान दुकान)
- कल्लू मुखी, पिता सोलेन मुखी (साउथ इंडियन डिश)
- पूर्णचन्द्र कैवर्त, पिता जलांधर कैवर्त (मछली दुकान)
- प्रहलाद ठाकुर, पिता रामध्यान ठाकुर (सैलून)
- महेंद्र ठाकुर, पिता काली (सैलून)
- पिंटू पुथाल, पिता प्रफुल्ल पुथाल (पान दुकान)
- बासु मंडल, पिता राधानाथ मंडल (टेलर दुकान)
- अजय कुमार उर्फ सतीश, पिता सोनर तुरी (चिकेन दुकान)
- फूलचंद गोराई, पिता अर्जुन गोराई (चना अंडा दुकान)
- कालीदास मुखी उर्फ बादल मुखी (चाय दुकान)