व्यवस्था ठीक कर ठप पड़े विकास कार्यो को देंगे गति : चंपई
हेमंत सरकार में मंत्री बनाए गए सरायकेला के झामुमो विधायक चंपई सोरेन ने मंगलवार को दैनिक जागरण से कहा कि सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त कर ठप पड़े विकास कार्यो को गति दी जाएगी।
जासं, जमशेदपुर : हेमंत सरकार में मंत्री बनाए गए सरायकेला के झामुमो विधायक चंपई सोरेन ने मंगलवार को दैनिक जागरण से कहा कि सूबे की प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त कर ठप पड़े विकास कार्यो को गति दी जाएगी। इस राज्य को खुशहाल और संपन्न बनाने में जो बाधक तत्व हैं, उन्हें दूर करने की कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी अधूरे और ठप पड़े विकास कार्यो की जांच कर उसे पूरा करने की दिशा में सरकार काम करेगी। पांच बार विधायक चुने गए झामुमो के कद्दावर नेता चंपई सोरेन मंगलवार को तीसरी बार राज्य के मंत्री बनाए गए। झारखंड अलग राज्य आदोलन में महती भूमिका निभाने वाले चंपई सोरेन पहले आदिवासी कल्याण, उद्योग और परिवहन मंत्री रह चुके हैं। इस बार भी परिवहन मंत्री बनाए जाने की ही उम्मीद है। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद 'दैनिक जागरण' से दूरभाष पर बात करते हुए चंपई सोरेन ने कहा कि उन्हें जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, बखूबी निभाएंगे। राजधानी रांची और जमशेदपुर में लचर यातायात व्यवस्था पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी मिलने पर इसमें सुधार लाएंगे। सरकार राज्य में शिक्षा और स्वास्थ पर विशेष रूप से ध्यान देगी। जबतक झारखंड के लोग शिक्षित व सेहतमंद नहीं होंगे, राज्य का समग्र विकास नहीं होगा। सरकार चुनावी घोषणा पत्र को पूरा करने की दिशा में काम करेगी। लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि विभाग मिलने के बाद विकास का खाका तैयार किया जाएगा और प्राथमिकता के आधार पर काम किया जाएगा, ताकि लोगों को उनका अधिकार और सम्मान मिल सके। बुधवार को सभी मंत्रियों के विभागों को बंटवारा होने की संभावना है।
-------------
जनता के विश्वास पर उतरूंगा खरा
झारखंड टाइगर के नाम से पहचाने जाने वाले चंपई सोरेन ने कहा कि सरायकेला विधानसभा क्षेत्र की जनता ने जो विश्वास जताया है, उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। जनता ने इस बार राज्य के विकास के लिए उनका समर्थन किया है। मंत्री बनाए जाने पर उन्होंने केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार जताया। कहा कि यह एक सच्चे आंदोलनकारी को सम्मान देने की बात है। आंदोलन करने के बाद झारखंड राज्य बना, लेकिन सपना अधूरा रह गया। इस अधूरे सपने को पूरा करने का वक्त है।