Corona Jamshedpur: जमशेदपुरवासियों ने नियमों से किया परहेज, बढ़ी कोरोना मरीजों की संख्या : डा. राजन
कोविड 19 के सेकेंड वेब के कारण तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इसका मुख्य कारण है शहरवासियों का लापरवाह होना। वे बिना मास्क के घूम रहे हैं। यही वजह है कि पिछले साल मरीजों की संख्या पांच सप्ताह में जितनी थी वह दो सप्ताह में ही पहुंच गइ।
जमशेदपुर, जासं। कोविड 19 का सेकेंड वेब के कारण तेजी से संक्रमण पूरे शहर में फैल रहा है। इसका मुख्य कारण है शहरवासियों का लापरवाह होना। वे बिना मास्क के घूम रहे हैं और यही वजह है कि पिछले साल मरीजों की संख्या पांच सप्ताह में पहुंचे थे, वह इस बार दो सप्ताह में ही पहुंच गया। वर्तमान में 456 बेड (256 ऑक्सीजन युक्त बेड, 50 वेंटीलेटर व 150 बेड जीटी हॉस्टल-4 में) वाले टाटा मेन हॉस्पिटल में मरीज फुल हैं।
टाटा मेन हॉस्पिटल के स्वास्थ्य सलाहकार डा. राजन चौधरी ने मंगलवार शाम टेली कांफ्रेंस के माध्यम से यह जानकारी दी। बकौल डा. चौधरी सेकेंड वेब का जो वायरस है उसका संक्रमण दर काफी अधिक है। कम समय में ही वह संपर्क में आने वालों में तेजी से फैलता है। इसलिए डा. चौधरी ने एक बार फिर सभी शहरवासियों से अपील की है कि कहीं यात्रा न करें। घर पर रहें, बाहर निकले तो मास्क पहने। जिस दुकान में भीड़ है वहां न जाएं। नियमित रूप से हैंड सेनिटाइजर का उपयोग करें और एक बार में अधिक से अधिक सामान लेकर आएं ताकि बार-बार बाहर निकलने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने बताया कि जो भी व्यक्ति वैक्सीन ले ले रहे हैं वे भी कोविड गाइडलाइन का पालन करें।
एक सप्ताह में संक्रमण दर में चार फीसदी की बढ़ोतरी
डा. चौधरी ने बताया कि सेकेंड वेब में संक्रमण दर (पॉजिटिविटी रेट) काफी अधिक है। पिछले सप्ताह यह दर सात से आठ प्रतिशत थी जो इस सप्ताह बढ़कर 11-12 प्रतिशत तक पहुंच चुकी है। इसमें आरटी-पीसीआर से टेस्ट कराने वाले 100 में से 23 प्रतिशत मरीज पॉजिटिव भी निकल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पांच से अधिक पॉजिटिविटी रेट खतरनाक माना जाता है। डा. चौधरी ने जोर देते हुए कहा कि इस समय कहीं बाहर न जाएं। घर पर रहें क्योंकि बाहर से आने वाले यात्रियों में संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं जो अपने परिवार के दूसरे सदस्यों को संक्रमित करते हैं।
एक सप्ताह में 27 मरीजों की हुई मौत
डा. चौधरी ने बताया कि पिछले रविवार से बीते रविवार के बीच 27 मरीजों (डेथ रेट 5.15 प्रतिशत) की मौत टीएमएच में हुई। इसमें केवल कोविड से मरने वाले मरीजों की संख्या मात्र तीन से चार है। जबकि जिन्हें पहले से दूसरी बीमारी थी जैसे हार्ट, हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर, शुगर, किडनी संबधित बीमारी वाले शेष मरीज हैं। मरने वालों की उम्र न्यूनतम 34 से 82 वर्ष है। 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले मरीजों की मौत सबसे ज्यादा हुई है।
बढ़ाइ गइ टेस्टिंग की सुविधा
डा. चौधरी ने बताया कि बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए टीएमएच ने टेस्टिंग क्षमता को भी बढ़ाया है। हमने जेआरडी टाटा स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स के स्वीमिंग पुल के पास निशुल्क जांच की सुविधा की है जो कर्मचारियों के लिए होगा। इसके अलावे जीटी हॉस्टल-4 में ऑन डिमांड की सुविधा के लिए निर्धारित शुल्क देना होगा। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ऐसा किया गया है।
13 डाक्टर 20 पारा कर्मचारी भी संक्रमित
डा. चौधरी ने बताया कि मरीजों का इलाज करते हुए अभी तक उनके 13 डाक्टर और 20 पारा मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो चुके हैं। जो डाक्टर की निगरानी में हैं। 18 दिन बाद इन्हें घर भेजा जाएगा। डाक्टरों की संख्या कम होने के कारण हमने टीएमएच की सेवाओं में भी कटौती की है।