Jharkhand Lochdown: सिंहभूम चैंबर का स्वैच्छिक लॉकडाउन फ्लॉप, सामान्य दिनों की तरह खुली हैं दुकानें

Jamshedpur Jharkhand Lockdown सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने मंगलवार को एक दिवसीय पूर्ण स्वैच्छिक लॉकडाउन की घोषणा की थी लेकिन यह पूरी तरह से फ्लॉप रहा। सोनारी कदमा बिष्टुपुर साकची स्थित शहर के दूसरे स्थानों पर बाजार सामान्य दिनों की तरह खुली हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 01:23 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 01:23 PM (IST)
Jharkhand Lochdown: सिंहभूम चैंबर का स्वैच्छिक लॉकडाउन फ्लॉप, सामान्य दिनों की तरह खुली हैं दुकानें
जमशेदपुर के सोनारी में मंगलवार को खुली दुकानें। जागरण

जमशेदपुर, जासं। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने मंगलवार को एक दिवसीय पूर्ण स्वैच्छिक लॉकडाउन की घोषणा की थी लेकिन यह पूरी तरह से फ्लॉप रहा। सोनारी, कदमा, बिष्टुपुर, साकची स्थित शहर के दूसरे स्थानों पर बाजार सामान्य दिनों की तरह खुली हैं।

लौहनगरी जमशेदपुर में कोविड 19 का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में सिंहभूम चैंबर के पदाधिकारियों ने ही कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए एक दिवसीय स्वैच्छिक लॉकडाउन की घोषणा की थी। चैंबर का तर्क था कि मंगलवार को दोपहर बाद आधे दिन की साप्ताहिक बंदी होती है इसलिए उन्होंने मंगलवार को शहर के सभी व्यवसासियों से अपील की थी कि वे अपनी दुकानें एक दिन के लिए बंद रखे। लेकिन चैंबर की पहल काम नहीं आई। शहर की सभी दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली रही। बिष्टुपुर में भी मुख्य सड़क पर कपड़ों व जूतों के कई शोरूम के अलावे ऑटो पार्टस, टायर दुकान, हेलमेट दुकान, साइकिल के शोरूम भी खुले मिले।

दुकानों में रही खरीदारों की भीड

स्वैच्छिक लॉकडाउन के फ्लॉप होने पर शायद यह कहना गलत नहीं होगा कि शहर के व्यापारियों ने ठान ली है कि झारखंड सरकार भले ही कोविड 19 के बढ़ते संक्रमण को लेकर पूर्ण लॉकडाउन लगाए लेकिन हम अपनी मर्जी से या व्यापारिक संगठनों के आहवान पर अपनी दुकानों को बंद नहीं करेंगे। क्योंकि शहरवासियों की जान और बढ़ते संक्रमण से ज्यादा मुनाफा प्यारा है। इसके अलावे शहर के दूसरे स्थानों पर रामनवमी के त्योहार के कारण भी काफी भीड़ दिखी। लोग झंडा व बांस खरीदने निकलने थे। इस दौरान झंडे व मिठाई की दुकानों में काफी भीड़ दिखी।

कहीं लॉकडाउन न लग जाए

सोनारी के कागलनगर में मंगलवार सुबह शराब दुकान में भीड़ दिखी। लोगों को डर है कि यदि फिर से लॉकडाउन लग गया तो क्या होगा इसलिए अपनी जरूरत के अनुसार माल स्टॉक करना जरूरी है।

साकची में जाम की स्थिति

साकची बाजार में तो दोपहर के वक्त इतनी भीड़ थी कि बाजार से निकलने वाले रास्तों पर जाम की स्थिति रही। नवरात्र और रमजान को लेकर बाजार में खासी चहल-पहल रही। दुकानदारों का कहना था कि सरकार ने तो कोई घोषणा नहीं की है, फिर हम क्यों अपनी दुकान बंद रखें। पिछले साल जब लाॅकडाउन में हमारी दुकानें करीब पांच माह तक बंद थीं, तो चैंबर ने हमारी क्या मदद की।

ये कहते सोंथालिया

उधर सिंहभूम चैंबर के पूर्व अध्यक्ष व कनफेडरेशन आॅफ आॅल इंडिया ट्रेडर्स के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने कहा कि गत वर्ष भी जब कोरोना के मामले बढ़ रहे थे, चैंबर ने सेल्फ लाॅकडाउन का आह्वान किया था। उस समय भी यही हाल था। जब तक सरकार लाॅकडाउन नहीं लगाएगी, अपने मन से कोई दुकान बंद नहीं करने वाला है।

सरकार लगाए 10-15 दिन का लाॅकडाउन : भालोटिया

सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष अशोक भालोटिया ने कहा कि जिस तरह से कोरोना फैल रहा है, सरकार को 10-15 दिन का लाॅकडाउन लगा देना चाहिए। मैं मानता हूं कि इससे आर्थिक नुकसान होगा, लेकिन अभी लोगों की जान बचाने की आवश्यकता है। मेरी भी फैक्ट्री है। मुझे भी लाखों का नुकसान होगा, लेकिन जान तो बचेगी।

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