अब इलाज के अभाव में चिकित्सकों की नहीं जाएगी जान, स्पेशल फोर्स करेगा इलाज
Jamshedpur Jharkhand Latest News मरीजों की जान बचाते-बचाते संक्रमित होने वाले चिकित्सकों की जान अब इलाज के अभाव में नहीं जाएगी। इसके लिए शहर के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरव चौधरी ने पहल करते हुए आइएमए के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है।
जमशेदपुर, जासं। मरीजों की जान बचाते-बचाते संक्रमित होने वाले चिकित्सकों की जान अब इलाज के अभाव में नहीं जाएगी। इसके लिए शहर के जाने-माने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरव चौधरी ने पहल करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के पदाधिकारियों के समक्ष एक प्रस्ताव रखा है, जिसे शहर के लगभग सभी चिकित्सकों ने स्वीकार करते हुए अपनी सहमति प्रदान कर दी है। अब इसे आगे बढ़ाने की कवायद तेज कर दी गई है।
दरअसल, हाल ही में फ्रंट लाइन वर्कर कहे जाने वाले कई चिकित्सकों की मौत इलाज के अभाव में हो गई। उन्हें समय पर न तो इलाज मिल सका और न ही ऑक्सीजन। इधर, शहर की स्थिति और भी भयावह हो चुकी हैं। लगातार डॉक्टर संक्रमित हो रहे हैं। ऐसे में उन्हें बेहतर चिकित्सा मिलना अति-आवश्यक है ताकि उनकी जान बच सकें। दो दिन पूर्व ही एक सिविल सर्जन की मौत इलाज के अभाव में हो गई। उन्हें बेड तक नहीं मिली। इन सभी घटनाओं को देखते हुए शहर में स्पेशल कोविड टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया गया है। इसमें शहर के सात से आठ डॉक्टर शामिल होंगे, जो संक्रमित चिकित्सकों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने का काम करेंगे।
जल्द ही यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरव चौधरी ने कहा कि जल्द ही यह सुविधा शुरू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि संक्रमित चिकित्सकों को बेड दिलाने से लेकर दवा, प्लाज्मा, ऑक्सीजन, एंबुलेंस सहित सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें आइएमए का भी सहयोग रहेगा। डॉ. सौरव चौधरी ने कहा कि आगे एक कोविड केयर सेंटर भी बनाने की योजना है, ताकि कोविड अस्पतालों में बेड नहीं होने से संक्रमित चिकित्सकों को यहां भर्ती किया जा सकें।
- डॉ. सौरव चौधरी, हड्डी रोग विशेषज्ञ।