Jamshedpur, Jharkhand School Reopen: छोटे बच्चों के स्वागत के लिए तैयार हुए जमशेदपुर के आइसीएसई स्कूल, आज से होगी कक्षा छह से आठ तक की कक्षाएं
कक्षा छह से आठ के बच्चे अभिभावकों से शपथ पत्र भरवाकर लाएंगे। इसके बाद ही बच्चों की स्कूल में प्रवेश होगा। साथ बच्चों के अभिभावकों को मास्क के उपर बच्चों का नाम अंकित करने को कहा गया है ताकि उन्हें अपने मास्क खोजने में कोई परेशानी न हो।
जासं, जमशेदपुर : जमशेदपुर के आइसीएसई स्कूलों में मंगलवार से कक्षा छह से आठ तक के बच्चों के लिए कक्षाएं प्रारंभ होगी। इसकी घोषणा शनिवार को ही की जा चुकी है। छोटे बच्चों के स्वागत के लिए शहर के निजी स्कूलों ने स्वागत की व्यापक तैयारी की है। स्कूल के कक्षों को सभी सेक्शन को दुरूस्त कर दिया है। एक बार फिर से सैनिटाइज कर दिया गया है। प्रवेश द्वार को बैलून व अय माध्यमों से सजाया गया है। कक्षाओं में स्पेशल कोट्स लिखे गए हैं।
कक्षाओं के बोर्ड में वेलकम आवर चिल्ड्रेन लिखा गया है। लोयोला स्कूल में बच्चों के कल से स्कूल में प्रवेश को लेकर सोमवार को विशेष बैठक शिक्षकों के लिए आयोजित हुई। इस बैठक को संबोधित करते हुए लोयोला स्कूल के प्राचार्य फादर पायस फर्नाडीज ने कहा कि कक्षा छह से आठ तक के बच्चे 18 माह के बाद स्कूल आएंगे। इस दौरान बच्चों की मनोदशा का ख्याल रखते हुए उन्होंने बच्चों के लिए एक सप्ताह का प्लान शिक्षकों को बताया। कहा कि शैक्षणिक पढ़ाई से पहले बच्चों से बात करें, उन्हें नचाएं, गाना गाने को बोले, कहानी सुनाएं, लॉकडाउन के दौरान उन्होंने क्या किया यह पूछे। एक सप्ताह के बाद शांत दिमाग से बच्चों को बढ़ाएं। इस बैठक में कक्षा छह सी की शिक्षिका सुष्मा सिंह ने कहा कि हम बच्चों के स्कूल आगमन को लेकर काफी उत्साहित है। उनके साथ हम भी बच्चे बनेंगे।
दयानंद पब्लिक स्कूल साकची, सेक्रेड हार्ट कान्वेंट स्कूल बिष्टुपुर समेत कई स्कूलों ने इसी तरह की बच्चों के स्वागत की तैयारी की है। मंगलवार से अधिकांश आइसीएसई स्कूल कक्षा छह से उपर की कक्षाओं के लिए खुल जाएंगे, जिन स्कूलों में परीक्षा चल रही है वे तीन-चार दिन बाद स्कूल खोलेंगे। सीबीएसई स्कूल फिलहाल सरकार के गाइडलाइन और अभिभावकों की राय ले रहे हैं। इसके बाद ही वे अपनी राय लेंगे।
मास्क के उपर बच्चों का नाम लिखना अनिवार्य
कक्षा छह से आठ के बच्चे अभिभावकों से शपथ पत्र भरवाकर लाएंगे। इसके बाद ही बच्चों की स्कूल में प्रवेश होगा। साथ बच्चों के अभिभावकों को मास्क के उपर बच्चों का नाम अंकित करने को कहा गया है, ताकि उन्हें अपने मास्क खोजने में कोई परेशानी न हो।