Jamshedpur, Jharkhand Crime: कहने को जेल में, शहर में अपराध को दिलवा रहे अंजाम
Jamshedpur Jharkhand Crime रांची जेल में बंद सजायाफ्ता विकास तिवारी ने गुर्गो के माध्यम से मानगो बोड़ाम सीतारामडेरा और गोलमुरी में फायरिंग को दिलाया अंजाम। गिरोह के अब तक सात गुर्गे गिरफ्तार किए गए। जेल से अपराधी गिरोह चला रहे हैं।
अन्वेश अंबष्ट, जमशेदपुर : जेल से अपराधी गिरोह चला रहे हैं। रंगदारी की मांग कर रहे हैं। धमकी दिलवा रहे हैं। सुपारी लेकर गुर्गों से अपराध को अंजाम दिलवा रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण रांची जेल में बंद शहर के अपराधी विकास तिवारी के गुर्गों द्वारा मानगो के आजादनगर में निर्माणाधीन इन्फिनिटी मॉल का काम बंद कराने और रंगदारी के लिए फायरिंग करने, बोड़ाम के गेरुवा पहाड़ में वाटर प्लांट में घुसकर, सीतारामडेरा के स्लेग रोड और गोलमुरी में फायरिंग की घटना है।
गिरोह के सात गुर्गे मानगो उलीडीह के कुंवर सिंह रोड के शहनवाज उर्फ शाहरुख, मानगो राजीव पथ के रवि कुमार शर्मा, आदित्यपुर सालडीह बस्ती के रोहित लोहार, बिहार वैशाली के नंदन कुमार उर्फ पंडित और साकची काशीडीह के नेहाल सिंह, मानगो दाईगुट्टू निवासी राहुल कुमार और रौशन कुमार विगत छह दिनों में गिरफ्तार किए जा चुके है। गिरोह के दो हथियार, तीन दोपहिया और कारतूस बरामद किए गए थे। विकास तिवारी जमशेदपुर के मानगो के भाजपा नेता छोटू पंडित की हत्या मामले का सजायाफ्ता है। उसके गुर्गों ने मानगो के आजादनगर थाना क्षेत्र ओल्ड पुरुलिया रोड के निर्माणाधीन इन्फिनिटी मॉल में 10 सितंबर को 50 लाख रुपये रंगदारी नहीं देने के कारण काम बंद करवाने और फायरिंग की थी। गिरोह के गुर्गे राहुल और रौशन का काम घटना को अंजाम देने वाले जगह की रेकी करना और रंगदारी के लिए मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना था।
सात गुर्गे के पकड़े जाने के बाद भी विकास तिवारी ने वाट्सएप कॉल कर वाटर प्लांट के मालिक को रंगदारी के लिए धमकी दी थी। मामले के बाद प्रभाकर साहू की शिकायत पर धमकी में इस्तेमाल मोबाइल सिम के धारक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। फोन करने वाले खुद को विकास तिवारी बताते हुए रंगदारी नहीं देने पर बुरे परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। घटना के बाद प्लांट मालिक भयभीत है। इससे पहले भी मानगो के एमजीएम थाना क्षेत्र हिलव्यू कालोनी निवासी पार्किंग ठेकेदार घर पर रंगदारी के लिए फायरिंग की गई थी। इस मामले में सलमान खान समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहीं मामले में विकास तिवारी को पुलिस ने रिमांड किया था। बावजूद उसकी गतिविधि मानगो और सटे इलाके में जारी है। ऐसा नहीं है। यह पहली बार हो रहा है। पलामू के अपराधी सुजीत सिन्हा भी जमशेदपुर के घाघीडीह सेंट्रल जेल से गिरोह संचालित कर रहा था। रंगदारी की मांग की जा रही थी।