Jamshedpur Firing Case: बिष्टुपुर सीएच एरिया फायरिंग मामले में गिरप्तार सात अपराधियों को भेजा गया जेल
सीएच एरिया पेट्रोल पंप के पास जेल से छूटे पिंटू यादव पर चार जून को फायरिंग करने वाले मनोज धीबर और उसके भाई विशाल धीबर की गिरफ्तारी को पुलिस ने कदमा लिंक रोड के एक आउट हाउस में छापेमारी की लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग निकला।
जमशेदपुर, जासं। बिष्टुपुर थाना क्षेत्र के सीएच एरिया पेट्रोल पंप के पास जेल से छूटे पिंटू यादव पर चार जून को फायरिंग करनेवाले मनोज धीबर और उसके भाई विशाल धीबर की गिरफ्तारी को पुलिस ने कदमा लिंक रोड के एक आउट हाउस में छापेमारी की, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही भाग निकलने में सफल रहे।
दोनों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस ने स्वजनों पर दबाव बनाया है। दोनों आत्मसमर्पण की तैयारी में हैं। पुलिस ने इनके सात सहयोगियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया था। इनके पास से दो पिस्तौल, कारतूस और एक बाइक बरामद की गई है। गिरफ्तार अपराधियों में बीएच एरिया रोड नंबर सात के मनीष राजहंस, उलीडीह सुभाष कालोनी के अभिषेक कुमार पांडेय, साकची काशीडीह रोड नंबर नौ के गौरव विश्वकर्मा, छोटू कुमार, कदमा शास्त्रीनगर के मो. आसिफ, सोनारी जंगली बस्ती के सन्नी हेम्ब्रम और सोनारी आदर्शनगर ग्वाला बस्ती के चंदन पंडित शामिल हैं। इनके पास से दो पिस्तौल, पांच कारतूस, एक खोखा, पांच मोबाइल और फायरिंग में प्रयुक्त बाइक बरामद किए गए हैं। फायरिंग के दिन पिंटू यादव की रेकी सन्नी हेम्ब्रम ने की थी जिससे पूरी घटना और इसमें शामिल गिरोह की जानकारी मिली। पूछताछ की कार्रवाई के बाद बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने अपराधियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
एसएसपी ने दी ये जानकारी
एसएसपी एम तमिल वानन ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि सोनारी ग्वाला बस्ती निवासी पिंटू यादव अपने साथी बबलू लोहार और रवि प्रसाद के साथ चार जून को सीएच एरिया पेट्रोल पंप होते हुए साकची की ओर जा रहा था। पुलिस चेकिंग के कारण सभी सोनारी की और लौटने लगे। सामने से बाइक सवार विशाल धीबर, मनोज धीबर और मनीष राजहंस आ गए। दो गोली पिंटू यादव पर चलाई, लेकिन गोली नहीं लगी। पिंटू यादव और उसके साथी पेट्रोल पंप की ओर भागकर जान बचाई थी। पहले पिंटू यादव ने फायरिंग करने वालों पर पत्थर भी चलाया था। भीड़ होने के कारण फायरिंग करने वाले भागकर साकची के काशीडीह निवासी छोटू कुमार के पास गए। वहां से सभी छोटू के साथ गौरव के पास गए। कुछ समय बाद बुलाने पर अभिषेक पांडेय काशीडीह आ गया। अभिषेक से एक हजार रुपये में कैब बुक कराया। सभी को रांची भेज दिया। आसिफ के आधार कार्ड पर रांची के एक लॉज में रुके। दूसरे दिन सभी वापस जमशेदपुर लौट आए। गौरव और चंदन पंडित को बुलाकर पिस्तौल दे दिया था। सन्नी हेम्ब्रम की निशानदेही पर आरोपितों की गिरफ्तारी की गई।