Jamshedpur Crime: बर्मामाइंस और परसुडीह में लूटे गए आभूषण और गला हुआ 190 ग्राम सोना बरामद

Jamshedpur Crime News 29 जुलाई की रात लोको कालोनी निवासी टी भास्कर राव उसकी पत्नी और बच्ची को बंधक बना 25 से 30 तोला सोना और 80 हजार रुपये की लूट को अंजाम दिया गया था। आभूषण की बिक्री समरेश पाल को ही की गई थी।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:41 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:41 AM (IST)
Jamshedpur Crime: बर्मामाइंस और परसुडीह में लूटे गए आभूषण और गला हुआ 190 ग्राम सोना बरामद
जमशेदपुर पुलिस को दो लूटकांड का खुलासा किया है।

जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। परसुडीह के लोको कालोनी निवासी टी भास्कर राव, उसकी पत्नी और बच्चे को 29 जुलाई की रात बंधक बनाकर 25 से 30 तोला सोना और 80 हजार रुपये की लूट की घटना को आपराधिक गिरोह ने अंजाम दिया था। गिरोह के सुंदरनगर नगर गुरुद्वारा रोड निवासी अमित सिंह उर्फ गोलू सिंह और बर्मामाइंस कैरेज कालोनी के बाबू पिल्ले और लूटे गए आभूषण की खरीद करने वाले आभूषण दुकानदार मानगो टीचर्स कालोनी निवासी समरेश पाल उर्फ नान्टू की गिरफ्तारी की जानकारी एसएसपी एम तमिल वानन ने मीडिया को दी।

बताया कि 28 जुलाई की रात बर्मामाइंस कैरेज कालोनी में भी पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने ही घटना को अंजाम दिया था। इस मौके पर सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट और अपर पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव मौजूद थे। एसएसपी ने बताया कि बाबू पिल्ले और गोलू सिंह के पास से पिस्तौल और छह कारतूस, घटना में इस्तेमाल स्कूटी, पांच लाख 78 हजार, नौ जोड़ा पायल, चांदी की चार चेन, एक कमरबंध चांदी, दो चांदी का सिक्का, गलाया हुआ सोना 190 ग्राम, सोने की अंगूठी समेत अन्य सामान बरामद किए गए हैं। गिरोह ने बर्मामाइंस कैरेज कालोनी में 28 जुलाई की रात को रेलवे कर्मचारी और उसकी मां के. जानकी को बंधक बनाकर चार लाख के गहने और दो हजार रुपये की लूट की थी। लूटे गए आभूषण की बिक्री साकची के सोनार समरेश पाल समेत अन्य सोनार को बेच दिया था। इसके बाद 29 जुलाई की रात लोको कालोनी निवासी टी भास्कर राव, उसकी पत्नी और बच्ची को बंधक बना 25 से 30 तोला सोना और 80 हजार रुपये की लूट को अंजाम दिया गया था। आभूषण की बिक्री समरेश पाल को ही की गई थी।

बाबू पिल्ले ने की थी रेकी

लूट की घटना के बाद भागने में परसुडीह खासमहल के आलू गोदाम के पास अमीत सिंह उर्फ गोलू सिंह और बाबू पिल्ले को पिस्तौल और कारतूस के साथ पकड़ा गया था जबकि इसके दो साथी भागने में सफल रहे थे। दोनों से पूछताछ में लूटे गए आभूषण की बिक्री जिस सोनार के पास की गई थी। उसे पुलिस ने साकची से गिरफ्तार किया। लूटे गए सोना की खरीद-बिक्री में मिले लुटेरों को मिले रुपये को जब्त किया गया। सोनार की दुकान से गलाया हुआ सोना बरामद किया गया। कैरेज कालोनी और लोको कालोनी में लूटकांड मामले में घटनास्थल की रेकी बाबू पिल्ले ने ही की थी।

बाबू पिल्ले और गोलू सिंह की रही है आपराधिक गतिविधि

एसएसपी ने बताया कि बाबू पिल्ले पहले भी आपराधिक गतिविधि में जेल जा चुका है। 15 जुलाई 2017 को बाबू पिल्ले को परसुडीह थाना की पुलिस ने लूट मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। सिदगोड़ा थाना की पुलिस ने उसे जुआ अड्डा से दबोच था। वहीं गोलू सिंह के खिलाफ छह आपराधिक मामले दर्ज है। इनमें बंगाल के बालाघाट में हत्या, जमशेदपुर के बागबेड़ा और सुंदरनगर में आपराधिक मामले दर्ज है।

घटना में फरार लुटेरा रफीक मानगो और सोनू उर्फ सुमित सोनारी निवासी

बाबू पिल्ले और गोलू सिंह से पुलिस को पूछताछ में जानकारी मिली है कि घटना में मानगो का अपराधी रफीक और सोनारी के सोनू उर्फ सुमित सिंह भी शामिल थे। दोनों शातिर अपराधी है। रफीक के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। दोनों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की छापेमारी जारी है।

पिल्ले ने कहा भास्कर राव ने की थी उसके साथ ठगी, इसलिए लूटा

बाबू पिल्ले ने पुलिस को बताया लोको कालोनी निवासी टी भास्कर राव ने जुआ के खेल में उसके साथ पांच साल पहले ठगी की थी। इस कारण उसने उसके घर में लूट को अंजाम दिया। इसमें कितनी सच्चाई है और या वह पुलिस को गुमराह कर रहा है। यह जांच का विषय है।

लोको कालोनी से लूटा गया सोना और उसकी बरामदगी स्पष्ट नहीं

लोको कालोनी निवासी टी भास्कर राव की घर से कितना सोना लूटा गया और कितनी बरामदगी हुई। इसकी स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। लूटकांड के दिन ही दो लुटेरे पकड़े गए। दो भागने में सफल रहे। जो नहीं पकड़े गए। उनके पास ही लूट का सोना था जिसकी बिक्री भी लुटेरों ने साकची के ही सोनार को की थी। पिल्ले और गोलू की निशानदेही पर जिस आभूषण दुकानदार से सोना बरामद किए गए हैं। इसमें बर्मामाइंस और परसुडीह से लूटा गए कितने सोना है। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।

चार सोनार में एक को भेजा गया न्यायिक हिरासत में, तीन की जानकारी नहीं दे रही पुलिस

लुटेरा गिरोह की निशानदेही पर पुलिस ने साकची से चार सोनार को हिरासत में लिया था। इनमें एक सोनार को ही पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेजा। बाकी तीन सोनार को हिरासत में रखे जाने की जानकारी नहीं दी जा रही है। वहीं हिरासत में रखे गए तीन सोनार को छोड़ने को लेकर तोल-मोल होने की बात कही जा रही है। तीनों सोनार के पैरवीकार थाना का चक्कर काटते नजर आए।

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