Underwold: फरार अपराधियों का पनाहगाह जमशेदपुर और आदित्यपुर, आतंकी भी बना चुके ठिकाना

Jamshedpur Crime. रणवीर सेना के मुखिया की हत्या का आरोपी जमशेदपुर में ही शरण लिए हुए था जिसे बिहार की एसटीएफ पुलिस ने दबोचा था। वहीं बिहार का इनामी अपराधी नागा सिंह की गिरफ्तारी मानगो इलाके से वर्ष 2004 में हुई थी। ये तो उदाहरण भर हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Publish:Thu, 29 Apr 2021 09:22 AM (IST) Updated:Thu, 29 Apr 2021 09:22 AM (IST)
Underwold: फरार अपराधियों का पनाहगाह जमशेदपुर और आदित्यपुर, आतंकी भी बना चुके ठिकाना
जमशेदपुर से सटे आस-पास इलाके से आतंकी, नक्सली से लेकर दूसरे राज्यों के वांटेड अपराधी पकड़े गए हैं।

जमशेदपुर, अन्वेश अंबष्ट। पंजाब की एटीएस पुलिस ने जमशेदपुर से सटे आदित्यपुर इलाके में छापेमारी कर पंजाब के वांटेड गेवी सिंह उर्फ विनय को गिरफ्तार किया। वह पत्नी और बच्चों के साथ आदित्यपुर हरिओमनगर के एक अपार्टमेंट में रह रहा था। इसकी भनक स्थानीय पुलिस को तब लगी जब पंजाब पुलिस आरोपित की तलाश में पहुंची थी।

इससे पहले जमशेदपुर के गोविंदपुर के दयाल सिटी से बेगूसराय के 50 हजार के इनामी अपराधी रामभरोस सिंह को बिहार की एसटीएफ ने विगत 18 अप्रैल को दबोचा था। बिरसानगर से बिहार के पटना के नौबतपुर का वांटेड 12 दिसंबर 2020 को गिरफ्तार किया गया था। जमशेदपुर से सटे आस-पास इलाके से आतंकी, नक्सली से लेकर दूसरे राज्यों के वांटेड अपराधी पकड़े गए हैं। मानगो से अंडरवल्र्ड डान दाउद का साथी अब्दुल माजिद कुट्टी विगत 28 दिसंबर को पकड़ा गया जिसकी तलाश गुजरात पुलिस को 24 साल से थी और वह जमशदेपुर में आराम से मानगो के सहारा सिटी में रह रहा था। इससे पहले टेल्को के बारीनगर में रह रहा था। व्यवसाय कर रहा था। फर्जी पासपोर्ट उसने बनवा रखे थे। 2012 में मध्यप्रदेश की पुलिस ने आजादनगर में छापेमारी कर सिम्मी संगठन से जुड़े छह लोगों को पकड़ा था। स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं थी कि संगठन के लोग मानगो में रह रहे है। शहर से बिहार, बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, गुजरात और मुंबई के अपराधी पकड़े जाते रहे है। सबसे अधिक बिहार के अपराधी जमशेदपुर से पकड़े गए है जो बड़े-बड़े आपराधिक मामलों के आरोपित रहे है।

कब कौन पकड़ा गया 

बिहार के भागलपुर का वांटेड अजय मिश्रा को बिहार एसटीएफ ने कदमा से 12 दिसंबर 2019 को गिरफ्तार किया था। इससे पहले वह 2015 में आदित्यपुर से पकड़ा गया था। इससे पहले भागलपुर का वांटेड राजू मिश्रा उर्फ राजेश कुमार मिश्रा जो 19 साल से फरार था। वह जमशेदपुर के परसुडीह से 26 मार्च 2018 को गिरफ्तार हुआ था। इसी तरह बिहार के भोजपुर जिले के अपराधी डरकू सिंह की गिरफ्तारी परसुडीह के छोटा गोविंदपुर में दयाल सिटी से 2017 में की गई थी। दो वर्ष से वह गोविंदपुर में रह रहा था। भोजपुर के अजीमाबाद में उसने माले नेता सतीश यादव की हत्या कर दी थी।  झारखंड के खूंटी जिले के कुख्यात अपराधी प्रदीप साहू की जमशेदपुर के बागबेड़ा से सात अप्रैल 2019 को गिरफ्तारी हुई थी। उस पर 29 आपराधिक मामले दर्ज थे। वह पहचान छुपाकर रह रहा था।

रणवीर सेना सुप्रीमो का हत्यारा भी जमशेदपुर से पकडा गया

रणवीर सेना के मुखिया की हत्या का आरोपी शहर में ही शरण लिए हुए था जिसे बिहार की एसटीएफ पुलिस ने दबोचा था। वहीं बिहार का इनामी अपराधी नागा सिंह की गिरफ्तारी मानगो इलाके से वर्ष 2004 में हुई थी। मुजफ्फरपुर पुलिस ने शहर में छापामारी कर मुन्ना शुक्ला गिरोह के राजू शुक्ला,पप्पू एवं एक अन्य को गोलमुरी पुलिस लाइन से गिरफ्तार किया गया था। शहर से आंध्र प्रदेश के रवि नायडू, रमेश पटनायक, ओडि़शा के मोस्ट वांटेड़ चोटराय, करण सिंह समेत अन्य 2007 में पकड़े गए थे। बोकारो का मोस्ट वांटेड़ भोला सिंह जमशेदपुर में ही मुठभेड़ में मारा गया था।

2014 में सिवान के लूल्हा गिरोह ने शहर में मचा रखा था कोहराम, मारा गया

बिहार के सिवान जिले के आकोपुर थाना निवासी माया भगत उर्फ लुल्हा गिरोह ने 2013 दिसंबर से अप्रैल 2014 तक शहर में कोहराम मचा रखा था। लूल्हा और उसके सहयोगी पिंटू गुप्ता के खिलाफ एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले सिवान में दर्ज थे। तत्कालीन एसएसपी अमोल होमकर और उनकी टीम ने उलीडीह में 16 अप्रैल 2014 को लुल्हा को मुठभेड़ में मार गिराया था।

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