किशोर के सुसाइड नोट पर उठने लगे सवाल

बाल सुधार गृह में बंदी किशोर द्वारा खुदकशी किए जाने की घटना की

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 02:00 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 02:00 AM (IST)
किशोर के सुसाइड नोट पर उठने लगे सवाल
किशोर के सुसाइड नोट पर उठने लगे सवाल

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : बाल सुधार गृह में बंदी किशोर द्वारा खुदकशी किए जाने की घटना की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे गुत्थी उलझती जा रही है। अब किशोर के सुसाइड नोट पर सवाल उठने लगा है। जिला प्रशासन की जांच कमेटी को अन्य कैदियों ने बताया कि 19 सितंबर की शाम किशोर तनावमुक्त था। उसने शाम में अन्य कैदियों के साथ कबड्डी खेली थी। उसके बाद टीवी पर कार्यक्रम देखा था। वह हमेशा की तरह बिल्कुल सामान्य था। जांच दल ने जब कैदियों से कुछ लिखने-पढ़ने के बारे में जानकारी मांगी तो सभी ने कहा, कुछ लिखते-पढ़ते नहीं देखा। अब सवाल उठता है, शाम में कबड्डी खेल टीवी पर कार्यक्रम देखा, फिर कब नोट लिखा?

फिलहाल जांच दल सुसाइड नोट की प्रमाणिकता को परख रही है। सुसाइड नोट की लिखावट और मृतक की लिखावट के मिलान की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। वैसे सूत्रों की माने तो लिखावट की जांच पुलिस की प्राथमिकता में है ही नहीं। जांच दल के सामने अहम प्रश्न है कि आखिर एकाएक ऐसा क्या हुआ कि कठोर कदम उठाया।

उल्लेखनीय है कि 19 सितंबर की देर रात खुदकशी करने वाले किशोर को उसके दोस्त के साथ उलीडीह थाने की पुलिस ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में 7 अप्रैल 2018 को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेजा था। खुदकशी की जांच के लिए पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने राष्ट्रीय रोजगार कार्यक्रम (एनईपी) की निदेशक रंजना मिश्रा और डीएसपी विधि-व्यवस्था आलोक रंजन की सदस्यता वाली दो सदस्यीय टीम का गठन किया है, जो मंगलवार तक रिपोर्ट सौंपने वाली है। जांच मिली कई गड़बड़ी : इस मामले की जांच कर रही जिला प्रशासन की टीम और मानवाधिकार आयोग की टीम ने मौके पर बाल कैदियों से पूछताछ की थी। दोनों ही टीम को बच्चों ने कई चौंकाने वाली जानकारी दी। इसमें तय राशन से कम खुराक देने से लेकर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने की बात बताई। साथ ही साथ कुछ बच्चों ने डिप्रेशन की भी बात कही। हालांकि जांच रिपोर्ट सार्वजानिक होने पर ही बिंदुवार खुलासा हो सकेगा।

गृह के कर्ता-धर्ता पर गाज गिरनी तय : जिला प्रशासन की जांच टीम बाल सुधार गृह के प्रत्यक्षदर्शियों, मृतक के परिजनों और मृतक पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली किशोरी के परिजन से पूछताछ हो चुकी है। जांच दल को बड़े पैमाने पर बाल सुधार गृह में व्यवस्थागत खामियां मिली है। माना जा रहा है कि रिपोर्ट मिलते ही गृह के कर्ता-धर्ता पर गाज गिरनी तय है। तनाव में हैं अन्य बाल कैदी : साथी की खुदकशी के बाद अन्य बाल बंदियों में भय का माहौल है। सुरक्षा में तैनात जवानों की अति सतर्कता से बाल कैदियों की निजता भंग हो रही है। ऐसे में बाल बंदी बेहद तनाव में हैं। सूत्रों की माने तो ये बच्चे सामान्य भोजन भी नहीं कर रहे हैं। बेहद हताशा में है एक बाल कैदी : सूत्रों की मानें तो एक बाल कैदी पहले से ही बार-बार मरने की धमकी दिया करता है। वह कभी अपना सिर दीवार पर दे मारता है तो कभी जमीन पर। घटना के बाद सुरक्षाकर्मी उस बाल बंदी की विशेष निगरानी कर रहे हैं, जिससे वह और ज्यादा परेशान हो जाता है।

chat bot
आपका साथी