थाइलैंड का ग्रीन एप्पल बेर के पौधे लगाए तो बदलने लगी तकदीर, तीन महीने में कमा लिए डेढ़ लाख Jamshedpur News

गौड़गोड़ा गांव निवासी किसान नरेश किस्कू आज क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। धान की खेती के बाद नकदी फसल की ओर उनका ध्यान गया।

By Edited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 01:42 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jul 2020 10:42 PM (IST)
थाइलैंड का ग्रीन एप्पल बेर के पौधे लगाए तो बदलने लगी तकदीर, तीन महीने में कमा लिए डेढ़ लाख Jamshedpur News
थाइलैंड का ग्रीन एप्पल बेर के पौधे लगाए तो बदलने लगी तकदीर, तीन महीने में कमा लिए डेढ़ लाख Jamshedpur News

जमशेदपुर ( जागरण संवाददाता)। गौड़गोड़ा गांव निवासी किसान नरेश किस्कू आज क्षेत्र के किसानों के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। धान की खेती के बाद नकदी फसल की ओर उनका ध्यान गया। आज स्थित यह है कि अपने पांच बीघा जमीन पर आम-अमरूद के साथ ही थाइलैंड का एप्पल ग्रीन बेर लगाकर महज तीन माह में डेढ़ लाख रुपये कमा लिए।

प्रगतिशील किसान नरेश किस्कू ने बताया कि कोलकाता से थाईलैंड का एप्पल ग्रीन बेर का 120 पौधे लेकर आए थे। तीन माह के बाद पौधे से फल निकलना शुरू हुआ। फल जल्द ही बड़ा हो गया। तैयार होने के बाद बाजार में दो क्ववींटल बेर बिक्री किया। उन्होंने बताया कि 80 रुपये प्रति किलो के दर पर उन्होंने बाजार में दो क्वींटल बेर 16 हजार रुपये में बिक्री किया। उन्होंने बताया कि पौधे लगाने में छह हजार रुपये खर्च हुए। अब यह पौधे सितंबर में फूल देगा और 25 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। नरेश ने बताया कि जब पौधा पूरी तरह तैयार हो जाएगा तब एक बेर के पौधे से 80-150 किलोग्राम फल देगा। उन्होंने बताया कि एक बेर का वजन 80 से 120 ग्राम तक रहता है। नरेश किस्कू के बेर पेड़ की सफलता को देखते हुए गांव के ही किसान कार्तिक मुर्मू ने 300 बेर के पौधे लगाए हैं।

बेर दिखाते प्रगतिशील किसान नरेश किस्‍कु  

घर में तुलसी व एलोबेरा के पौधे अवश्य लगाना चाहिए : प्रो. दास

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण आज पर्यावरण में बदलावा दिखाई देने लगा है। यदि पर्यावरण को बेहतर रखना है तो हर व्यक्ति को अपने जीवन में पौघा अवश्य लगाना चाहिए। यह कहना है ग्रेजुएट कॉलेज बोटनी डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो. डौरिस दास का।

दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए प्रो. दास ने बताया कि यदि आपके पास जमीन है तो नीम, अशोक के साथ फलदार में आम व अमरूद का पौधा तो अवश्य ही लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जंगल बढ़ेंगे तभी पर्यावरण संतुलित रह सकेगा। पर्यावरण ठीक रहेगा तो हर तरह की बीमारी से हम अच्छे से लड़ सकते हैं।

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