JAC 10th Result 2021 : गांव आगे, शहर पीछे; यह जानकार आप रह जाएंगे हैरान
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) 10वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम में इस बार गांव के बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है जबकि शहरी क्षेत्र के छात्र थोड़ा पीछे रहे। हालांकि शहर में जैक बोर्ड से संबद्ध करीब 45 स्कूल हैं जबकि ग्रामीण इलाकों में लगभग 200 स्कूल हैं।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) 10वीं बोर्ड के परीक्षा परिणाम में इस बार गांव के बच्चों ने बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि शहरी क्षेत्र के छात्र थोड़ा पीछे रहे। हालांकि शहर में जैक बोर्ड से संबद्ध करीब 45 स्कूल हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में लगभग 200 स्कूल हैं। इसके बावजूद गत वर्ष शहरी क्षेत्र के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन किया था।
इस बार भी टॉप-10 की सूची के मुताबिक यह अनुपात 10 : 8 का रहा, जबकि गत वर्ष यह आंकड़ा बराबरी का था। उम्मीद थी कि इस बार भी शहरी क्षेत्र का परीक्षा परिणाम पहले से बेहतर रहेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस बार ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों का प्रदर्शन बेहतर रहा और उन्होंने आधे-आधे का अनुपात छोड़कर आगे निकल गए। अब इसकी वजह चाहे हो, लेकिन इन बच्चों ने यह तो साबित कर ही दिया कि कम संसाधन के बावजूद छात्रों की पढ़ाई के प्रति ज्यादा संजीदगी है। बहरहाल, हम इससे शहरी छात्रों को कमतर नहीं आंक सकते, क्योंकि इस बार का परिणाम लिखित परीक्षा के आधार पर नहीं हुआ है। यह परिणाम पिछली परीक्षाओं के प्रदर्शन के आधार पर घोषित किया गया है।
नक्सल प्रभावित इलाकों के छात्रों ने किया बेहतर
इस बार ग्रामीण इलाकों के जिन स्थानों से बच्चों ने श्रेष्ठ प्रदर्शन किया, उसमें अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहे मुसाबनी के दो छात्र सूरज गोप व मोहित शर्मा 480 अंक लेकर बराबरी पर रहे। संयोग की बात है कि ये दोनों छात्र बीडीएलएस मंदिर हाई स्कूल के ही हैं। इसी स्कूल से तरुण कांकी, माधुरी साव, हाथीराम महाली व अशोक मन्ना भी थोड़े अंतर से पीछे रहे हैं। वहीं इसके बाद मटियाबांधी की सोनाली तिवारी, कोकपाड़ा की इशिका कास्टा, बहरागोड़ा की सुष्मिता सीट, स्मृति कर व मालोती सोरेन, प्रेम कुमार आदि ने पूरे जिले में बेहतर प्रदर्शन किया है। इसे सकारात्मक रूप में देखा जा रहा है।